जमीन हड़पने के लिए सरना झंडा का नहीं हो इस्तेमाल, सरना समिति ने बताया अनुचित
सरना समिति गुमला जिला के अध्यक्ष और पूर्व जिला परिषद सदस्य हंदू भगत ने राज्य में जमीन कब्जा करने के लिए सरना झंडा का इस्तेमाल करने को बिल्कुल अनुचित बताया है। कहा कि रांची स्थित बिरसा मुंंडा के समाधि स्थल पर इसका उपयोग किया गया था। बाद में इसे जेएलकेएम की नेत्री सह सामाजिक कार्यकर्ता निशा भगत द्वारा हटाया गया।
जागरण संवाददाता,गुमला। सरना समिति गुमला जिला के अध्यक्ष और पूर्व जिला परिषद सदस्य हंदू भगत ने कहा है कि राज्य में जमीन कब्जा करने के लिए सरना झंडा का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो बिल्कुल गलत है।
बीते दिनों रांची स्थित बिरसा मुंंडा के समाधि स्थल पर कुछ खास संप्रदाय द्वारा सरना झंडा का उपयोग किया गया था। बाद में इसे जेएलकेएम की नेत्री सह सामाजिक कार्यकर्ता निशा भगत द्वारा हटाया गया।
इसके बाद निशा भगत के विरुद्ध गलत बयानबाजी कर बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। भगत ने कहा कि अजय तिर्की अपने आप को स्वयंभू सरना समिति का प्रदेश अध्यक्ष घोषित करते हैं।
खास संप्रदाय के लोग सरना झंडा को जमीन बचाने के लिए उपयोग न करें । मुखर होकर विरोध करने वाली आदिवासी महिला नेत्री के के बारे अनर्गल बयान स्वीकार योग्य नहीं है।
गुमला जिला के चैनपुर प्रखंड के टीन टांगर गांव में सरना स्थल में ईसाई समुदाय के द्वारा ग्रोटो बना दिया गया है, इसे अजय तिर्की हटाने तथा मुक्त कर ने का काम करें।
अजय तिर्की ईसाइयों का एजेंट बनकर सरना झंडा को जमीन हड़पने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, जो काफी निंदनीय है। यह लोगों की आस्था से जुड़ा है, इसका दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
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