Jharkhand News: 1 दिसंबर को 59वां स्थापना दिवस मनाएगी BSF, समारोह को लेकर तैयारियां तेज; गृह मंत्री हो सकते हैं मुख्य अतिथि
एक दिसंबर को बीएसएफ अपना 59वां स्थापना दिवस मनान जा रही है। इस दौरान भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर गृह मंत्री शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि इसके लिए बीएसएफ के सभी पदाधिकारी और जवान कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। जानकारी के अनुसार इस दौरान परेड का आयोजन किया जाएगा।
संवाद सूत्र, हजारीबाग। एक दिसंबर को बीएसएफ (BSF) अपना स्थापना दिवस समारोह मनाएगी। हजारीबाग के मेरु स्थित रानी लक्ष्मीबाई परेड ग्राउंड में भव्य समारोह का आयोजन किया गया है।
स्थापना दिवस को विशेष बनाने के लिए एक माह से बीएसएफ के अधिकारी और जवान जुटे हुए हैं। स्थापना दिवस पर गणतंत्र दिवस में राजपथ की तरह आयोजित होने वाला परेड का नजारा देखने को मिला।
बीएसएफ मेरु के प्राचार्य सह आइजी केएस बान्याल ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल एक दिसंबर को अपना 59वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। हजारीबाग के लिए यह गर्व का विषय है कि मेरु स्थित सीमा सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय में राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है।
2 सालों से BSF प्रशिक्षण केंद्र पर हो रहा समारोह
उन्होंने कहा कि इसके पहले सीमा सुरक्षा बल अपना स्थापना दिवस दिल्ली में मनाता रहा है। 2 सालों से जहां बीएसएफ का प्रशिक्षण केंद्र है, वहां भी मनाया गया। 2021 में जैसलमेर, 2022 में अमृतसर और अब हजारीबाग में आयोजन होने जा रहा है।
पैराग्लाईडिंग, हेलीकॉप्टर, बीएसएफ तोपखाना से लेकर ऊंट का दस्ता परेड में होगा शामिल होंगे। इसके अलावा बीएसएफ के सभी सीमांत (फ्रंटियर) के महिला व पुरुष (टुकड़िया) भाग ले रही है।
जांबाज व सीमा भवानी की मोटरसाइकिल टीम, उंट व घुड़सवार दस्ते, उच्च प्रशिक्षण पाए हुए श्वान, बीएसएफ एयर विंग के हेलीकॉप्टर, बीएसएफ तोपखाना, अश्रु गैस इकाई टेकनपुर, मिर्ची बम्ब व एडवेंचर प्रशिक्षण संस्थान (बीआइएएटी ) की पैराग्लाइडिंग का प्रदर्शन दिखाया जाएगा।
केएस बान्याल ने बताया कि इस दौरान सीमा सुरक्षा बल के वीरता पदक विजेताओं, वीरता पदक विजेता (मरणोपरांत) के परिजनों, सेवारत सीमा प्रहरियों के अलावा सीमा सुरक्षा बल से रिटायर्ड अधिकारियों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। इस समारोह में देश के गृह मंत्री अमित शाह की आने की संभावना बताई जा रही है।
एक दिसंबर 1965 में की गई थी BSF की स्थापना
विचार साझा करते हुए कहा कि 01 दिसंबर 1965 को केएफ रूस्तम डायरेक्टर जनरल, सीमा सुरक्षा बल की नींव रखी गई थी। भारत की प्रथम रक्षा पंक्ति होने के नाते इस समय सीमा सुरक्षा बल की कुल 192 बटालियन विभिन्न अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों, कानून व्यवस्था, चुनावी कर्तव्यों, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के घने जंगलो, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड जैसे राज्यों की दुगर्म पहाड़ियों व जम्मू कश्मीर राज्य के बर्फीले इलाकों में आतंकवाद, नक्सलवाद जैसे अवैध संगठनों को रोकने के लिए यह बल अपना प्रमुख योगदान दे रहा है।
BSF मेरु से 64 हजार जवान, अधिकारी और विदेशी सैनिक ले चुके हैं ट्रेनिंग
स्थापना के बाद से अब तक बीएसएफ मेरु में 62 हजार प्रशिक्षु को ट्रेनिंग दिया जा चुका है। 2023 में 1583 प्रशिक्षु प्रशिक्षित हुए। मित्र राष्ट्र जैसे बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और श्रीलंका के भी पदाधिकारी और जवान प्रशिक्षण लेते हैं।
उन्होंने यह भी जानकारी देते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा बल हजारीबाग भारत सरकार के चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है। इस साल विभिन्न पदों के लिए के लिए कुल 11,701 अभ्यर्थियों की भर्ती परीक्षा हुई, जिसमें 3,698 पास हुए।
यह भी पढ़ें: आदिवासियों को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू ने मोदी सरकार की तारीफ में पढ़े कसीदे, खुद को बताया इसका सबसे बड़ा उदाहरण