माहेश्वरी हत्याकांड की जांच को लेकर हजारीबाग पहुंची सीआइडी की टीम, मानवाधिकार ने लगाई है फटकार
माहेश्वरी हत्याकांड की जांच को लेकर हजारीबाग पहुंची सीआइडी की टीम मानवाधिकार ने लगाई है फटकार
By JagranEdited By: Updated: Wed, 17 Aug 2022 07:42 PM (IST)
माहेश्वरी हत्याकांड की जांच को लेकर हजारीबाग पहुंची सीआइडी की टीम, मानवाधिकार ने लगाई है फटकार
संस, हजारीबाग : 14 जुलाई 2018 में हुई शहर के चर्चित माहेश्वरी परिवार हत्याकांड की जांच सीआइडी कर रही है और अबतक वांछित लीड को लेकर सीआइडी के पास कुछ नहीं है। बुधवार को इस मामले की जांच करने हजारीबाग सीआइडी की टीम आयी थी। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सीआइडी की टीम सुबह छह से सात बजे कानी बाजार स्थित उस शुभम अपार्टमेंट में गई, जहां संदिग्ध परिस्थिति में पूरे परिवार का शव मिला था। जानकारी के अनुसार सीआइडी की टीम मानवाधिकार आयोग की फटकार के बाद हजारीबाग पहुंची थी। ज्ञात हो कि राज्य के ऐसे 53 मामले है, जिस पर मानवाधिकार की टीम नजर बनाए हुई है। इनमें एक मामला माहेश्वरी हत्याकांड से जुड़ा भी है, जिसे लेकर सीआइडी द्वारा जांच में शिथिलता बरते जाने पर दिल्ली से आयी चार सदस्य मानवाधिकार टीम के नेतृत्व कर रहे जस्टिस अरुण मिश्रा ने इसके लिए सीआइडी को झाड़ लगाई है। जानकारी के अनुसार पूरे प्रकरण में मंगलवार को रांची में 4 सदस्य टीम के द्वारा सीआईडी से पूछा गया है कि जांच कहां तक पहुंची है, जो जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था उस रिपोर्ट में क्या बातें सामने आई है । लेकिन इन बातों का जवाब सीआईडी ने प्रस्तुत नहीं किया। इस पर दिल्ली से आई मानवाधिकार कि टीम ने एतराज भी जाहिर किया था। जानकारी के अनुसार 21 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है कि जांच कि प्रगति रिपोर्ट दे, साथ ही साथ यह भी कहा गया है कि अगर आप जांच पूरा नहीं कर पाएंगे तो दूसरे एजेंसी को जांच दिया जा सकता है। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि आने वाले समय में अगर सीआइडी अपनी जांच पूरी नहीं करती है तो सीबीआइ को भी जांच मिल सकती है। शुभम अपार्टमेंट में जमीन पर गिरा मिला था नरेश माहेश्वरी का शव खजांची तालाब के पास बने सीडीएम शुभम अपार्टमेंट के तीसरे तले कमरा नंबर 303 में रह रहे माहेश्वरी परिवार रहता था। 14 जुलाई 2018 को माहेश्वरी परिवार के छह लोगों की संदिग्ध स्थिति में शव मिला था। इनमें नरेश माहेश्वरी का अपार्टमेंट के प्रवेश द्वार पर शव पड़ा था। इसकी जानकारी देने जब आसपास के लोग देने उसे फ्लैट में गए तो लोगों की चीख निकल गई। फ्लैट में परिवार के मुखिया महावीर अग्रवाल, पत्नी किरण अग्रवाल और बहू का शव फांसी से लटका हुआ था। वहीं पोता अमन का गला रेता हुआ शव मिला था। पास में हीं पोती अन्वी उर्फ परी अग्रवाल का भी शव पड़ा था।
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