Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

मेहंदी का रंग उतरा भी नहीं कि नवविवाहिता ने पति के खून से लाल कर लिए हाथ hazaribagh news

झारखंड के हजारीबाग में प्रेम में अंधी हो चुकी नवविवाहिता ने शादी के 50वें दिन ही अपने पति की हत्या अपने प्रेमी शिवानंद के हाथों करा दी। जानें हत्‍या के पीछे का पूरा सच।

By Edited By: Updated: Fri, 28 Jun 2019 01:10 PM (IST)
Hero Image
मेहंदी का रंग उतरा भी नहीं कि नवविवाहिता ने पति के खून से लाल कर लिए हाथ hazaribagh news

हजारीबाग, जेएनएन। अप्रैल के अंतिम माह में सदर प्रखंड के अमनारी में गिद्दी चुंबा से ब्याह कर आई कंचन के हाथों में लगी मेहंदी का रंग अभी उतरा भी नहीं था कि उसने अपने ही पति के खून से हाथ लाल कर लिए। प्रेम में अंधी हो चुकी नवविवाहिता ने शादी के 50 वें दिन ही अपने पति की हत्या प्रेमी शिवानंद के हाथों करा दी। हत्या के दिन प्रेमी उसके घर आया था, परिजनों के साथ-साथ पति ने भी अपना संबंधी मान खूब सेवा सत्कार की।

उसके पति को शाम में फोन कर हजारीबाग बुलाया और साथ मिलकर दारु पी, जब मृतक नशा में आ गया तो खंजर से उसका गला रेत दिया। इस दौरान हुई पटका-पटकी में हत्यारे की भी हाथ की नसें कट गई। इसका इलाज उसने बड़कागांव में कराया और उसके हाथ में आठ टांके लगे हैं। यह खुलासा एसडीपीओ सदर कमल किशोर ने मुफ्फसिल थाने में एक प्रेसवार्ता का आयोजन कर की। बताया कि तीन साल पूर्व हत्यारोपी शिवानंद व प्रेमिका कंचन देवी बड़कागांव में एक यज्ञ के दौरान मिले। प्रेमिका अपने चचेरे बहनोई के घर यज्ञ देखने आई थी और इसी दौरान उसकी पहचान शिवानंद से हुई और उनका प्रेम परवान चढ़ गया।

30 मई को घर में बनाई योजना, 24 को दिया अंजाम
इंटर तक पढ़ाई करने के बाद नवाबगंज में मेडिकल स्टोर में रहकर काम करने वाली प्रेमिका कंचन हजारीबाग में रहकर नौकरी कर रही थी। उसने अपने प्रेमी को भी अपने साथ दुकान में काम पर रखवा लिया और दोनों में अवैध संबंध भी स्थापित हो चुके थे। दोनो में नजदीकियां बढ़ती चली गई और जीने मरने की कसमें खाने लगे, इस बीच उसकी शादी तय हो गई।

शादी के बाद भी प्रेमी से कंचन बात करती रही। 30 मई को उसका प्रेमी घर पर आया । उसने अपने पति और अन्य परिजनों से मुलाकात कराई। इस दौरान प्रेमी ने उसके साथ भाग चलने की बात कही। कंचन ने कहा कि पति के रहते ये संभव नहीं है, इसलिए पहले इसे हटाना होगा। उसी दिन हत्या की योजना बनी और तय हुआ कि विकास उर्फ अनिल को शराब पिलाने के दौरान उसकी जान ले ली जाए।

24 जून को घर साथ में की भोजन, रात में बीयर पिलाकर कर दी हत्या
घटना के दिन भी कंचन के फोन पर प्रेमी अमनारी स्थित उसके घर आया। घर में खाना खाने के बाद थोड़ा आराम किया। दिन के एक बजे वह अमनारी से चला गया। रात करीब सात बजे उसने विकास को फोन कर हजारीबाग बुलाया। कोर्रा स्थित शराब दुकान से बीयर ली और एनएच 33 बाईपास स्थित मनैयाटाड़ के समीप उसे बियर पिला दी। अनिल जब नशे में झूमने लगा तो उसने पेशाब करने के बहाने कटारी निकाली और गले को रेत दिया। इस दौरान विकास ने बचने का प्रयास किया और दोनों में उठा पटक भी हुआ। इस बीच दो चार स्थान पर फिर शिवानंद ने चाकू घोप दी। उठा पटक के बीच शिवानंद को भी हाथ में चाकू लग गया। पुलिस ने चाकू और खून के छींटे लगी शर्ट भी बरामद किया है।

शराब बना मौत का कारण, बीमार था पति
कंचन ने अपनी स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि उसका पति शराबी था, हर दिन वह शराब पीकर आता था और सो जाता था। वह शारीरिक रूप से बीमार था। शराब के नशे में ही उसे मारना संभव था, इसलिए प्रेमी से बोलकर उसे रास्ते से हटवा दिया। लेकिन वह फंस जाएंगी यह सोचा नहीं था। फोन सीडीआर में कंचन का लगातार बड़कागांव एक नंबर पर बात करने के कारण शक के दायरे में आ गया।

हवस में घर का चिराग बुझा दिया कंचन ने
दो माह पूर्व गाजे बाजे के साथ ब्याह कर आई कंचन ने अपने प्रेमी के हवस में ससुराल का चिराग बुझा दिया। अनिल उर्फ विकास पिता सुभाष प्रसाद घर का एकलौता बेटा था। मामले में उदभेदन के बाद घर की बहू हीं हत्यारीन निकली। यह सोच कर पूरा परिवार ही सदमे में चला गया। वहीं हत्या को लेकर खुलासा होने से पूर्व तक पूरा गांव दो गुट में बंट गया था। परिजनों ने हत्या का आरोप गांव के हीं श्यामलाल प्रसाद पर लगाया था। इस मामले में अमनारी मुखिया अनुप कुमार को भी लोगों ने थाने में भला बुरा कहा था। खुलासा होने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें