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NEET Paper Leak : बैंक से पहले स्कूल पहुंचा था बुकलेट लदा टोटो? CBI जांच में खुल गई पोल!

NEET Paper Leak नीट पेपर लीक केस में सीबीआई जांच जैसे-जैसे बढ रही वैसे-वैसे नए-नए खुलासे सामने हो रहे हैं। सीबीआई हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में तीसरे दिन भी जांच की। इस दौरान ओएसिस स्कूल के प्राचार्य से 22 घंटे तक पूछताछ की। सीबीआई को इस बात की आशंका है कि ट्रक से बुकलेट से भरे ट्रंक को ओरिया में उतारने के बाद ही बड़ा खेल हुआ है।

By Vikash Singh Edited By: Shashank Shekhar Published: Thu, 27 Jun 2024 07:30 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jun 2024 07:30 PM (IST)
नीट यूजी परीक्षा पेपर लीक में एक और खुलासा! फोटो- जागरण

जागरण संवाददाता, हजारीबाग। नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में छानबीन कर रही सीबीआइ की टीम लगातार तीसरे दिन ओएसिस स्कूल को केंद्र बनाकर जांच करती रही। ओएसिस स्कूल के प्राचार्य सह एनटीए के सिटी कॉडिनेटर एहसानुल हक से 22 घंटों से अधिक समय से पूछताछ जारी है।

बुधवार की रात चरही के सीसीएल गेस्ट हाउस में पूछताछ के बाद गुरुवार की सुबह 11 बजे प्राचार्य को दोबारा से सीबीआइ की टीम स्कूल लेकर पहुंची थी। दो से तीन घंटे की छानबीन के वापस प्राचार्य को सीसीएल गेस्ट लाया गया, जहां कई साक्ष्यों को दिखाकर पूछताछ की जा रही है।

सीबीआइ टीम को इस बात की आशंका

सूत्र बताते हैं कि सीबीआइ टीम को आशंका है कि तीन मई को कुरियर कंपनी ब्लू डार्ट के द्वारा ट्रक से बुकलेट से भरे ट्रंक को ओरिया में उतारने के बाद कोई बड़ा खेल हुआ है। बैंक से छह किलोमीटर दूर ट्रंक को उतारते के बाद इसे टोटो से बैंक भेजा गया था, लेकिन 10 से 15 मिनट के रास्ते को पूरा करने में टोटो को 1.30 घंटे का समय लग गया।

कहीं टोटो बैंक पहुंचने के ओएसिस स्कूल तो नही पहुंच गया। इस बिंदु की जांच को लेकर ही प्राचार्य को दोबारा से विद्यालय लाया गया था। तीन मई के फुटेज की दोबारा से जांच की गई। ट्रंक का मिलान करने के लिए विद्यालय से इसे उठाकर सीसीएल गेस्ट लाया गया, जहां आर्ब्जवर, कुरियर कंपनी के कर्मी व टाेटो चालक से मिलान करवाया गया। इस ट्रंक से जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) को छेड़छाड़ के सबूत मिले थे।

बुकलेट का लिफाफा नीचे से कट किया गया मिला था, जिसे ग्लू स्टीक से चिपकाया गया था। जानकारी के सीबीआइ की टीम ने प्राचार्य से पूछा है कि लिफाफा अगर गलत तरीके से काटा गया तो उसकी जानकारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को क्यों नही दी गई। ट्रंक की कुंडी अलग-अलग थी तो उसकी जानकारी क्यों नही दी गई। अगर दी गई तो कितने बजे और कब दी गई।

मालूम हो कि इसी विद्यालय को आवंटित बुकलेट को परीक्षा से पहले पटना में बरामद किया गया था। बुकलेट नंबर 6136488 ओएसिस स्कूल में एक छात्रा ने परीक्षा दी। बताया जाता है कि तीन से पांच मई के बीच ही लिफाफा से बुकलेट निकाला गया था। इसी कड़ी को जोड़ने के लिए बिहार में मिले साक्ष्यों को भी आधार बनाया जा रहा है। ओएसिस स्कूल प्रबंधन के बिहार कनेक्शन को खंगाला जा रहा है

पहले अलग-अगल पर आमने-सामने बिठाकर की गई पूछताछ

जानकारी के मुताबिक सीबीआइ की टीम ने प्राचार्य एहसानुल हक का मोबाइल व लैपटाप जब्त कर लिया है। साथ ही उप प्राचार्य इम्तियाज आलम को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। टीम के द्वारा पहले अलग-अगल और फिर प्राचार्य, उपप्राचार्य, टोटो चालक और कुरियर कंपनी के कर्मी को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जा रही है।

स्कूल से लाए गए ट्रंक को उनके सामने लाया गया। किसी कितने बजे ट्रंक मिला इसकी जानकारी ली गई। शाम सात बजे तक पूछताछ जारी थी। गेस्ट हाउस में पूछताछ के दौरान कई बार सीबीआइ की टीम हजारीबाग की ओर गई और वहां से दस्तावेज को उठाकर वापस गेस्ट हाउस लेकर आई। वहीं, शाम 6.30 बजे के करीब आठ सदस्यीय सीबीआइ टीम में दो लोग इनोवा गाड़ी से रांची की ओर निकल गए।

यूजीसी नेट की भी हुई थी यहां परीक्षा

इसी विद्यालय में यूजीसी नेट की परीक्षा आयोजित की गई थी। मालूम हो कि नेट परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद से रद किया गया था। सीबीआइ इस बिंदू को लेकर भी छानबीन कर है। हालांकि, अब तक आधिकारिक तौर पर सीबीआइ की ओर से कोई बयान नही है, लेकिन कयास यह लगाया जा रहा है कि ओएसिस स्कूल प्रबंधन के जवाबों से सीबीआइ की टीम संतुष्ट नही है।

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