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NEET UG Paper Leak Case: वेबसाइट और पोर्टल की सुरक्षा में जुटी NTA, बदलवा रही पासवर्ड

नीट प्रश्नपत्र लीक मामले में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के बीते दो दिनों से पोर्टल व वेबसाइट हैक होने की चर्चा सामने आ रही हैं। अब एनटीए अपने पोर्टल व वेबसाइट की सुरक्षा के उपाय बढ़ाने में लग गई है। हालांकि एनटीए ने इन सब बातों को नकारते हुए अपनी वेबसाइट को सुरक्षित बताया। इसके साथ ही एनटीए ने समन्वयकों को मेल कर उन्हें सिक्योरिटी पासवर्ड बदलने के निर्देश दिए हैं।

By Vikash Singh Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Wed, 26 Jun 2024 12:04 AM (IST)
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नीट प्रश्नपत्र लीक मामले में घिरी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी

जागरण संवाददाता, हजारीबाग। नीट प्रश्नपत्र लीक मामले में चौतरफा घिरी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी अब अपने पोर्टल व वेबसाइट की सुरक्षा में जुट गई है। पिछले दो दिनों से एनटीए के पोर्टल और वेबसाइट हैक होने की भी चर्चा हो रही है।

एनटीए ने इससे इनकार करते हुए अपनी वेबसाइट को सुरक्षित बताया है। साथ ही सुरक्षा के उपाय बढ़ाने भी शुरू कर दिए है। एनटीए ने समन्वयकों को मेल कर उन्हें सिक्योरिटी पासवर्ड बदलने के निर्देश दिए हैं।

देश के सभी को-ऑर्डिनेटर को किया गया मेल

देश के सभी को-ऑर्डिनेटरों को सोमवार को मेल किया गया था, मंगलवार को पासवर्ड बदल दिए गए। नीट पेपर लीक मामले में जांच के लिए सीबीआई अधिकारियों की एक टीम मंगलवार को हजारीबाग पहुंची।

टीम ने प्रश्नपत्र लीक मामले में हजारीबाग एसबीआई की मुख्य शाखा में पांच घंटे रहकर अधिकारियों से पूछताछ की। साथ ही सीसीटीवी भी खंगाले।

अधिकारियों ने हर गतिविधियों को किया नोट 

अधिकारियों ने बैंक में तीन मई को प्रश्नपत्र पहुंचने से लेकर नीट परीक्षा के दिन पांच मई को परीक्षा केंद्र के प्रतिनिधियों को प्रश्नपत्र सौंपे जाने तक की एक-एक मिनट की गतिविधि को नोट किया। जहां बुकलेट रखे गए थे, वहां कौन-कितनी देर अंदर रहा।

सुरक्षा मानकों व निर्देशों का कितना पालन किया गया और कहां ढिलाई बरती गई, आदि बिंदुओं पर टीम जांच कर रही है। वीडियो फुटेज में ट्रंक को स्ट्रांग रूम में रखते और बाहर निकालते वक्त सीलबंद पाया गया है।

नौ ट्रंक को छह किलोमीटर दूर पहुंचाने में ई रिक्शा ने लगाए थे डेढ़ घंटे

हजारीबाग में बैंक और परीक्षा केंद्र तक नीट प्रश्नपत्र पहुंचाने के मामले में अब तक कोरियर कंपनी ब्लू डार्ट तथा एसबीआई की लापरवाही सामने आ चुकी है।

रांची से हजारीबाग प्रश्नपत्र ले जाने के दौरान कूरियर कंपनी ने एसबीआई मुख्य शाखा से छह किलोमीटर पहले ही ओरिया बाइपास में बुकलेट से भरे ट्रंक को उतार दिया था। इसके बाद बिना सुरक्षा प्रश्नपत्रों को ई रिक्शा से बैंक भेजा गया।

डेढ़ घंटे का समय लगा था ई रिक्शा बैंक पहुंचने में

छह किलोमीटर दूर बैट्री वाले ई रिक्शा से बैंक तक प्रश्नपत्र पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे का समय लगा था, जबकि इस दूरी को तेज गति वाले वाहन से 10-15 मिनट में तय किया जा सकता था।

जांच दल को बैंक प्रबंधन पूरे कागजात तक उपलब्ध नहीं करा पाया था। बताया जा रहा है कि परीक्षा केंद्र के प्रतिनिधियों से प्रश्नपत्रों की रिसीविंग लेने में भी प्रक्रिया का पालन नहीं हुआ। एसबीआई ने अपने स्तर से भी मामले की इंटरनल जांच प्रारंभ की है।

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