टाटानगर स्टेशन से विदेशी नस्ल के 28 सांप, 300 मकड़ी, 12 गिरगिट जब्त, कीमत 100 करोड़ से उपर
टाटानगर स्टेशन पर एक महिला तस्कर से आरपीएफ ने विदेशी नस्ल की 28 सांपे 300 मकड़ी व 12 गिरगिट जब्त किए है। इनकी कीमत 100 करोड़ रुपए से उपर बताई जा रही है। इन सांपों की डिलीवरी नई दिल्ली में होती है।
जासं, जमशेदपुर : टाटानगर आरपीएफ की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर 12875 नीलाचल एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे से पुणे निवासी महिला तस्कर देवी चंद्रा (52 वर्ष) को पकड़ा। इसके पास से विदेशी नस्ल के 28 सांप, 12 गिरगिट, 300 मकड़ी और आठ सिंग वाले कीड़े जब्त किए। अंतराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करोड़ों रुपये के बताई जा रही है। महिला तस्कर नागालैंड के दीमापुर से जब्त माल लेकर निकली थी और उसे नीलाचल एक्सप्रेस से नई दिल्ली पहुंचना था। जहां उसे तस्करों को ये डिलीवरी देनी थी। टाटानगर आरपीएफ के निरीक्षक संजय कुमार तिवारी ने बताया कि शाम सात बजकर 22 मिनट पर प्लेटफार्म संख्या तीन पर जैसे ही नीलाचल एक्सप्रेस टाटानगर पहुंची। आरपीएफ उड़नदस्ते की टीम ने जनरल डिब्बे की सघन तलाशी ली और महिला सांप तस्कर को धर दबोचा। सभी सांप को अलग-अलग प्लास्टिक के डिब्बों में बंद बड़े से बैग में रखे गए थे। देर रात वन विभाग के अधिकारियों को बुलाकर सभी सांपों को हैंडओवर किया जा रहा है। आरपीएफ निरीक्षक के अनुसार सभी सांप विदेशी नस्ल के हैं। पकड़े गए सफेद रंग के एक फीट लंबे एलविनो बाल पाइथन की अंतराष्ट्रीय बाजार में 25 करोड़ रुपये कीमत बताई जा रही है। तस्कर इसका इस्तेमाल विदेशों में बेचने के लिए करते हैं।
टाटानगर रेलवे स्टेशन से पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में पकड़े गए विदेशी नस्ल के सांप
आरपीएफ निरीक्षक ने बताया कि महिला तस्कर से गहनता से पूछताछ हो रही है। साथ ही तस्कर गिरोह के सदस्यों के नाम, महिला कब से इस गिरोह में सक्रिय है, नई दिल्ली में उन्हें किस गिरोह को सांप हैंडओवर करना था, जैसे विभिन्न बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है।
इतने किए गए हैं जब्त
सांप- मात्रा-प्रति अनुमानित कीमत
बाल पाइथन : 19 (एक मरा हुआ) : 25 हजार
रेड पाइथन : 04 : 30 हजार
सीरियल बोआ स्नैक : 02 : 25 करोड़
एलविनो पाइथन : 01 : 25 करोड़
यूरोपियन रायनो सेरोस बिटल : 09 : पता नहीं
रेटीकुलेटेड पाइथन : 01 : पता नहीं
बरमीज पाइथन : 01 : पता नहीं
ग्रीन इग्नुआ (छिपकली) : 13 (नौ मरे हुए चार जिंदा) : पता नहीं
जहरीली मकडी : 300 : पता नहीं
अंतराष्ट्रीय बाजार में एक सांप की कीमत 25 करोड़ रुपये तक
टाटानगर आरपीएफ की टीम ने महिला तस्कर से जब्त जो सांप पकड़े हैं। उनमें दो प्रजातियों के (सीरियल बोआ स्नैक व एलविनो पाइथन) सांप ऐसे हैं जिनकी अंतराष्ट्रीय बाजार में कीमत 25 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। कुल तीन सांप महिला के पास से जब्त किए गए हैं। सीरियल बोआ स्नैक व एलविनो पाइथन की प्रजातियां दक्षिण व मध्य अफ्रीका में पाए जाते हैं। सफेद, पीले, नारंगी रंगों में पाए जाने वाले ये सांप तीन से पांच फीट के होते हैं। इनके आंखों का रंग गुलाबी व लाल होता है। इसकी अंतराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये होती है। इसके अलावा जब्त माल में 300 विदेशी नस्ल के मकड़ियां भी जब्त किए गए हैं। जिन्हें होमियोपैथी दवा के डिब्बों में एक-एक मकड़ी को पेशेवर तरीके से पैक करके रखा गया है। ये सभी मकड़ियां काफी जहरीली प्रजाति की हैं और ये नस्ल भारत में नहीं पाए जाते हैं। इसके अलावा नौ यूरोपियन रायनो सेरोस बिटल भी पकड़े गए हैं जिन्हें देखने से सिंग वाले कीड़े जैसे दिख रहे हैं। आरपीएफ के उड़नदस्ते में आरपीएफ की सब इंस्पेक्टर अंजुम निशा, घाटशिला आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर पी सेनापति व उनके दो जवान, सीआइबी व जीआरपी की टीम शामिल थे।
नई दिल्ली में होती थी सांपों की डिलीवरी
महिला तस्कर देवी चंद्रा ने बताया कि वह कई वर्षों से बतौर डिलीवरी वीमेन के रूप में तस्करों के साथ काम कर रही है। उसे प्रति डिलीवरी खाने व ट्रेन के किराए के अलावा 8000 रुपये मिलते थे। उसने पुणे से कुछ कुत्ते दीमापुर में डिलीवरी दी और वही से उसे डिलीवरी के लिए नया माल मिला। उसे नहीं पता कि नई दिल्ली में कहां माल की डिलीवरी देनी है। नई दिल्ली पहुंचने पर उसे मोबाइल फोन पर यह सूचना मिलती। महिला तस्कर दीमापुर से गोवाहाटी फिर यहां से हावड़ा, हिजली पहुंची और नीलाचल एक्सप्रेस पकड़ने के लिए खड़गपुर से ट्रेन में बैठी थी।
बचने के लिए करती थी जनरल डिब्बे में सफर
पूछताछ में महिला ने बताया कि वह पुलिस से बचने के लिए जनरल डिब्बे में सफर करती थी। वह अक्सर माल की डिलीवरी जनरल डिब्बे में ही करती है और पहचान में नहीं आने के लिए कभी भी एक रूट में लगातार सफर नहीं करती है।