चंपई और रामदास की राह अब अलग, एक ने पद तो दूसरे ने पार्टी की ली शपथ; दोस्ती की लोग देते हैं मिसाल
Jharkhand Political News झारखंड की राजनीति में 30 अगस्त का दिन बेहद अहम रहा। घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने राज्य के नए कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली जबकि कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन ने भाजपा का दामन थाम लिया। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि कैसे ये दो जिगरी यार अब अलग-अलग रास्तों पर चल पड़े हैं।
संवाद सूत्र, घाटशिला। झारखंड की राजनीति में 30 अगस्त का दिन महत्त्वपूर्ण रहा। कोल्हान की राजनीति का केंद्र रांची रहा। जब दो जिगरी राजनीतिक मित्रों की राह अलग हुई। हर किसी की नजर इसपर रही। एक ने पद तो दूसरे ने पार्टी की शपथ ली।
हम बात कर रहे हैं घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन की जिन्होंने राज्य के नए कैबिनेट मंत्री के रूप में पद व गोपनीयता की शपथ ली। वहीं कैबिनेट मंत्री व झामुमो से इस्तीफा देने वाले कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन ने भाजपा के नीति, सिद्धांत व विचारों को आगे बढ़ाने के संकल्प की शपथ ली।
दोनों को जिगरी यार कहा जाता रहा
बता दें कि कोल्हान में रामदास व चंपई की जोड़ी को दो जिगरी यारों की जोड़ी के नाम से जाना जाता रहा। चंपई सोरेन उम्र व राजनीति में सीनियर जरुर रहे, लेकिन इन दोनों को जिगरी यार कहा जाता रहा। इन्होंने साथ मिलकर अलग राज्य के लिए संघर्ष किया।
दोनों अलग राज्य आंदोलन में साथ में जेल गए, लेकिन झारखंड की राजनीति में अब ये जोड़ी बिछड़ गई। दोनों के राह व संकल्प अलग-अलग हो चले। पिछले दिनों घाटशिला में सीएम के रूप पहुंचे चंपई सोरेन के स्वागत की अगुवाई प्रोटोकाल के तहत करने के क्रम में चंपई व रामदास की खींची गई।
एक तस्वीर आज के वर्तमान समय व दोनों की मित्रता को कुछ यूं ही बयां कर रहा। हालांकि उस समय दोनों के कदम एकसाथ जरूर आगे बढ़े, लेकिन अब मंजिल व संकल्प अलग-अलग हो गए हैं।