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सभी कंपनियों को हर तरह की सुविधाएं देगी चंपई सरकार, लेकिन रख दी यह शर्त; कहा- अब युवाओं को हर हाल में देना होगा न्‍याय

चंपई सोरेन बुधवार को अपने पैतृक निवास जिलिंगगोड़ा पहुंचे। यहां उन्‍हें अपने किसी करीबी परिजन के श्राद्धकर्म में शामिल होना था। इस दौरान उन्‍होंने कहा कि औद्योगिक समूहों को सरकार की ओर से कई रियायतें और सुविधाएं दी जाएंगी लेकिन कंपनियों को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि स्थानीयों को 75 प्रतिशत नौकरी देनी होगी। उन्‍होंने कहा कि राज्य के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाओं को मजबूत किया जाएगा।

By Jitendra Singh Edited By: Arijita Sen Updated: Thu, 15 Feb 2024 09:16 AM (IST)
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अपने पैतृक निवास जिलिंगगोड़ा पहुंचे मुख्‍यमंत्री चंपई सोरेन।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। राज्य के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बुधवार को अपने पैतृक निवास जिलिंगगोड़ा में कहा कि नौकरी में हर हाल में 75 प्रतिशत स्थानीय को प्राथमिकता दी जाएगी। सरकार ने इस बाबत जो कानून बनाया है, उसका हर हाल में पालन करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं को रोजगार देने के लिए सरकार समुचित कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री अपने गांव जिलिंगगोड़ा करीबी परिजन के श्राद्धकर्म में शामिल होने के लिए आए हैं।

JSSC पेपर लीक का जल्‍द होगा खुलासा: मुख्‍यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली-पानी, सड़क समेत तमाम आधारभूत संरचनाओं को मजबूत किया जाएगा। यहां औद्योगिक समूहों को सरकार की ओर से कई रियायत तथा सुविधाएं दी जाएंगी। लेकिन तमाम कंपनियों और संस्थानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि स्थानीयों को 75 प्रतिशत नौकरी देनी होगी।

उन्होंने कहा कि झारखंड पब्लिक कमिशन के पेपर लीक मामले में एसआइटी टीम का गठन किया गया है। और बहुत जल्द दूध का दूध और पानी का पानी होगा। सरकारी नियुक्ति की प्रक्रिया में भी बदलाव लाया जाएगा ताकि सरकारी नौकरी भी लोगों को मिले और किसी प्रकार की परेशानी युवाओं को ना हो। यानी जब कभी भी सरकारी नौकरी को लेकर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होती है तो मामला न्यायालय में चला जाता है। कैसे युवाओं को न्याय मिले इस पर भी सरकार देख रही है।

ग्रामीण अर्थव्‍यवस्‍था को बनाया जाएगा मजबूत: सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड एक ऐसा राज्य है जो खनिज संसाधनों के मामले में काफी संपन्न है, लेकिन अफसोस इस बात का है कि इसका फायदा इस राज्य को नहीं मिल रहा है। आज भी यहां के ग्रामीण इलाकों की स्थित अच्छी नहीं है।

ग्रामीण वर्षों से तरह-तरह की समस्याओं और परेशानियों को झेलते आ रहे हैं। यही वजह है कि जब हेमंत सोरेन ने वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री का पद संभाला तो तमाम विपरीत परिस्थितियों के बीच ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए। हमारा प्रयास है कि शहरों की तरह गांवों में भी सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में काम हो रहा है। मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना के माध्यम से शहर और गांवों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाई जा रही है।

हेमंत सोरेन की योजनाओं पर बेहतरी से होगा काम: चंपई

उन्होंने कहा कि राज्य की बुनियादी ढांचा को मजबूत करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने चार वर्षों के कार्यकाल में विकास और जनकल्याण के लिए जो नीतियां और योजनाएं बनाई, उसे और प्रभावी एवं बेहतर ढंग से धरातल पर उतारने का काम करेंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि झारखंड को अगर आगे ले जाना है तो यहां की सामाजिक-आर्थिक-शैक्षणिक और स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करना होगा।

हेमंत की वजह से झारखंड को मिली अलग पहचान: चंपई 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हेमंत सोरेन ने सत्ता संभाली ही थी कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी ने झारखंड समेत पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। दो वर्ष तो सिर्फ कोरोना से जंग में ही गुजर गए।

लेकिन अगले दो वर्षों में उन्होंने जिस तरह अपनी नीतियों और कार्य योजनाओं के माध्यम से विकास को गति दी, उससे झारखंड को अलग पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि राजधानी रांची को जाम से निजात दिलाने के फ्लाईओवर निर्माण का कार्य तीव्र गति से हो रहा है।

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