AC का तापमान 18 और शहर का 44 डिग्री, शरीर कैसे करेगा बर्दाश्त? दिमाग पर असर के साथ इसके और भी कई खतरे
देश के कई हिस्सों में गर्मी को लेकर त्राहिमाम जैसी स्थिति बनी हुई है। ऐसे में राहत पाने के लिए लोग एयर कंडीशनर का सहारा ले रहे हैं लेकिन इसके कई नुकसान हैं। अंदर एसी का तापमान 18 और शहर का 44 डिग्री है इस 26 डिग्री के अंतर को भला शरीर कैसे बर्दाश्त करेगा? जाहिर सी बात है कि इससे कई तरह की बीमारियों का खतरा बना रहता है।
अमित तिवारी, जमशेदपुर। एयर कंडीशन (एसी) अच्छा है तो इसके नुकसान भी हैं। भीषण गर्मी से बचाव को लेकर शहरवासी 12 से 15 घंटे तक एसी में समय गुजार रहे हैं। वह भी 18 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में। जबकि शहर का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस है। ऐसे में अचानक से 26 डिग्री का अंतर शरीर कैसे बर्दाश्त करेगा। यह सोचने वाली बात है।
एसी से निकलकर धूप में जाना खतरनाक
इस दौरान अगर कोई एसी से निकलकर सीधे बाहर धूप में जाता है तो उसे कई तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। इसका ब्रेन पर भी असर पड़ता है। इस दौरान मरीज को सिर दर्द के साथ-साथ थकावट, बेचैनी, घबराहट, पेशाब कम होने की शिकायत होती है।
वहीं, एसी में ज्यादा समय तक रहने के कारण शरीर में निर्जलीकरण की समस्या हो सकती है। साथ ही ये आंखों, सांस की समस्याओं और मेटाबाॅलिक सेहत को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। चर्म रोग की समस्याएं भी बढ़ गई है।
शहर में ‘सिक बिल्डिंग सिंड्रोम’ का खतरा
एसी में रहने से बढ़ी ये बीमारियां
अस्थमा-ब्रोंकाइटिस मरीजों को एसी में नहीं रहने की सलाह
एसी का कम टेंपरेचर लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है। इसके प्रति जागरूक होने की जरूरत है। एसी का टेंपरेचर 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रखना चाहिए। एसी से निकलकर सीधे बाहर नहीं जाना चाहिए। इससे कई तरह की परेशानियां सामने आ रही है - डा. अरुण कुमार, न्यूरो फिजिशियन, ब्रह्मानंद अस्पताल मौसम में उतार-चढ़ाव होने से शरीर बर्दाश्त नहीं कर पाता है। इस वजह से अभी सर्दी-खांसी, बुखार, वायरल इंफेक्शन के मरीज लगातार पहुंच रहे हैं। बच्चे, गर्भवती, बुजुर्गों का इम्यूनिटी कमजोर होता है, ऐसे में उनको विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है-
डा. उमेश खां, फिजिशियन।
एसी में ज्यादा देर तक रहने से त्वचा का रूखापन बढ़ जाता है जिससे त्वचा रोग होता है। सोरायसिस के अलावा एक्जिमा और स्किन एलर्जी वाले लोगों को भी एसी में रहने से पहले चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए - डा. राजीव ठाकुर, चर्म रोग विशेषज्ञ
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