Ghatshila Seat Result 2024: क्या घाटशिला सीट पर पलट जाएगी बाजी, मंत्री रामदास सोरेन की हो जाएगी हार?
Ghatshila Election Result 2024 साल 2005 में घाटशिला में पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदीप कुमार बालमुचु विधायक चुने गए। इसके बाद 2009 के चुनाव मे यहां से झारखंड मुक्ति मोर्चा के रामदास सोरेन को विधायक चुना गया। 2014 के चुनाव में इस सीट पर भाजपा के लक्ष्मन टुडू ने कब्जा किया और विधायक बने। 2019 के चुनाव में इस सीट से झामुमो के रामदास सोरेन विजयी हुए।
डिजिटल डेस्क, घाटशिला। Ghatshila Chunav Result 2024: झारखंड की घाटशिला सीट पर इसबार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। इस सीट से भाजपा की तरफ से चंपई सोरेन के बेटे बाबू लाल सोरेन मैदान में हैं। वहीं उनके खिलाफ झामुमो से कद्दावर नेता रामदास सोरेन हैं। इस बार इस सीट पर उलटफेर की संभावना बनती दिख रही है। रामदास सोरेन को बाबू लाल सोरेन से टक्कर मिलती दिख रही है।
2005 में यहां हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदीप कुमार बालमुचु विधायक चुने गए। इसके बाद 2009 के चुनाव मे यहां से झारखंड मुक्ति मोर्चा के रामदास सोरेन को विधायक चुना गया। 2014 के चुनाव में इस सीट पर भाजपा के लक्ष्मन टुडू ने कब्जा किया और विधायक बने। 2019 के चुनाव में इस सीट से झामुमो के रामदास सोरेन विजयी हुए।
घाटशिला सीट का इतिहास
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में घाटशिला सीट महत्वपूर्ण स्थान रखती है। जमशेदपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा यह इलाका 2000 में बिहार से अलग होकर बने राज्य झारखंड में शामिल हुआ। पूर्वी सिंहभूम जिले का यह कस्बा सुवर्नरेखा नदी के किनारे पर बसा होने के चलते बेहद उपजाऊ जमीन का मालिक है।यहां चावल, गेहूं समेत कई फसलों की अच्छी उपज होती है। इस इलाके का ज्यादातर हिस्सा वन से घिरा होने के चलते बेहद मनोरम लगता है। घाटशिला क्षेत्र आजादी से पहले धलभम सल्तनत का मुख्यालय था। इस क्षेत्र का रनकिनी मंदिर लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।