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ठंड में 30 प्रतिशत बढ़ जाते हैं हार्ट अटैक के मामले, मधुमेह रोगियों को होता है अधिक खतरा

डुमरिया के अंचल अधिकारी रामनरेश सोनी का हार्ट अटैक से मौत होना दुखद और चिंताजनक है वह 42 साल के थे। हाल के दिनों में कम उम्र में हार्ट अटैक के कई ऐसे मामले सामने आए जो चर्चा का विषय बना हुआ है।

By Amit KumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Tue, 03 Jan 2023 01:05 AM (IST)
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ठंड में 30 प्रतिशत बढ़ जाता हार्ट अटैक, मधुमेह रोगियों को अधिक खतरा

जमशेदपुर, जमशेदपुर: डुमरिया के अंचल अधिकारी रामनरेश सोनी का हार्ट अटैक से मौत होना दुखद और चिंताजनक है, वह 42 साल के थे। सोमवार की सुबह उनका मौत का सूचना पाकर हर कोई चौंक गया। हाल के दिनों में कम उम्र में हार्ट अटैक के कई ऐसे मामले सामने आए, जो चर्चा का विषय बना हुआ है।

इधर, ठंड में भी हार्ट अटैक के लगभग 30 प्रतिशत मामले बढ़ जाते हैं। ऐसे में शहर वासियों को अधिक सावधान होने की जरूरत है। अभी, टीएमएच, ब्रह्मानंद, एमजीएम सहित अन्य अस्पतालों में सामान्य दिनों की अपेक्षा लगभग 12 प्रतिशत मरीजों की संख्या बढ़ गई है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी मरीजों को उतना ही अधिक खतरा रहता है। दिसंबर, 2019 का आंकड़ा देखा जाए तो शहर में बीते एक सप्ताह के अंदर कुल 110 लोगों को हार्ट अटैक आई थी। जबकि सामान्य दिनों में यह संख्या 60 से 70 के बीच रहता है।

पता भी नहीं चल रहा और हो जा रहा हार्ट अटैक

बालीवुड अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला की बात करें या फिर दो दिन पहले गुजरात में एक बस चालक को आई हार्टअटैक की। लक्षण सामने आए बगैर अचानक से हो रही हार्ट अटैक चिंता का विषय बनता जा रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि हार्ट की बीमारी में लक्षण तब सामने आते हैं जब आपका हार्ट लगभग 70 प्रतिशत ब्लॉकेज हो जाता है।

ठंड में इसलिए बढ़ जाता हार्ट अटैक

ठंड हमारे शरीर के सिम्पटथेटिक नर्वस सिस्टम (अनुकंपी तंत्रिकातंत्र) को उत्तेजित कर देती है। इससे हार्ट में ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है। धड़कन भी बढ़ जाती है, जिससे हार्ट पर ज्यादा काम का दबाव पड़ता है। वहीं, ठंड में धमनियां ज्यादा सिकुड़ती हैं, जिससे रक्त प्रवाह में रुकावट आती है। ऐसे में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

बरतें यह सावधानी

सांस और हार्ट के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। जो लोग 35 वर्ष से अधिक के हैं वे हार्ट की जांच अवश्य कराएं। मधुमेह, ब्लड प्रेशर और जिनके माता-पिता, भाई-बहन को हार्ट अटैक आया हो उन्हें नियमित रूप से जांच कराने की जरूरत है, ताकि लक्षण सामने नहीं भी आए तो बीमारी पकड़ में आ जाए।

हार्ट अटैक के लक्षण को कभी नजरअंदाज नहीं करें। कई बार लोग उसपर ध्यान नहीं देते और कुछ ही देर के बाद उसका प्रभाव देखने को मिलता है। सीने में असहजता, थकान, चक्कर आना, लंबे समय तक सर्दी-खांसी बने रहना हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्राल व मधुमेह के मरीज नियमित दवा खाएं।

हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संतोष गुप्ता सलाह देते हैं कि उम्र 35 के बाद लोग नियमित रूप से हृदय की टीएमटी जांच कराएं। खासकर मधुमेह, ब्लड प्रेशर या फिर जिनके माता-पिता, भाई-बहन को पूर्व में हार्ट अटैक आई हो। ताकि बीमारी की पहचान समय पर हो जाएं।