Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Air India : टाटा संस ने इस शख्स को बनाया एयर इंडिया का सीईओ, तुर्की के राष्ट्रपति के रह चुके हैं सलाहकार

Air India New CEO सात दशक के लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर एयर इंडिया टाटा समूह की झोली में आ गई। कर्ज में डूबी एयर इंडिया की नैया को पार लगाने के लिए रतन टाटा ने तुर्की के जाने-माने एविएशन लीडर को सीईओ चुना है...

By Jitendra SinghEdited By: Updated: Mon, 14 Feb 2022 05:01 PM (IST)
Hero Image
Air India : टाटा संस ने इस शख्स को बनाया एयर इंडिया का सीईओ

जमशेदपुर। टाटा संस ने आज इल्कर आयसी को एयर इंडिया का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) नियुक्त किया। इल्कर आयसी की उम्मीदवारी पर विचार करने के लिए एयर इंडिया बोर्ड की सोमवार दोपहर बैठक हुई। टाटा संस ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, बोर्ड ने विचार-विमर्श के बाद नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन बोर्ड की बैठक में विशेष आमंत्रित सदस्य थे।

कौन हैं इल्कर आयसी

इल्कर आयसी तुर्की के बड़े बिजनेसमैन के रूप में जाने जाते हैं। वह 1994 में तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन के सलाहकार भी रह चुके हैं। उन्होंने 2015 से लेकर 2022 तक तुर्की एयरलाइंस के अध्यक्ष के रूप में काम किया। इल्कर आयसी ने इस्तांबुल महानगर पालिका में भी कई पदों पर काम कर चुके हैं। उन्होंने 2005 से 2011 तक कई इंश्योरेंस कंपनियों के सीईओ के रूप में भी काम किया है। जनवरी 2011 में, उन्होंने तुर्की के प्रधान मंत्रालय निवेश सहायता और संवर्धन एजेंसी के अध्यक्ष के रूप में सेला दी थी। इल्कर आयसी तुर्की स्थित बिल्केंट विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के 1994 बैच के पूर्व छात्र हैं। वह कुछ समय पहले तक टर्किश एयरलाइंस के चेयरमैन थे।

— Air India (@airindiain) February 14, 2022

27 जनवरी को टाटा ने एयर इंडिया को नियंत्रण में लिया था

27 जनवरी को, टाटा ने एयर इंडिया, उसकी सहायक एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ-साथ संयुक्त उद्यम एआईएसएटीएस में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी का नियंत्रण ले लिया। प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के जरिए सरकार ने घाटे में चल रही एयर इंडिया को टैलेस को 18,000 करोड़ रुपये में बेच दिया। सौदे के हिस्से के रूप में, टैलेस ने 2,700 करोड़ रुपये नकद का भुगतान किया और एयरलाइन का 15,300 करोड़ रुपये का कर्ज ले लिया। एअर इंडिया के शेष ऋण और उधार को एयर इंडिया एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (एआईएएचएल) को हस्तांतरित कर दिया गया।

तुर्की एयरलाइंस के चेयरमैन रह चुके हैं आयसी

एयर इंडिया से जुड़ने के बाद आयसी ने कहा, मैं एक प्रतिष्ठित एयरलाइन का नेतृत्व करने और टाटा समूह में शामिल होने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। एयर इंडिया में अपने सहयोगियों और टाटा समूह के नेतृत्व के साथ मिलकर काम करते हुए हम एयर इंडिया का पुराना गौरव पाने का प्रयास करेंगे। इसे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ एयरलाइनों में से एक बनाने का लक्ष्य होगा। एयर इंडिया के पास बेहतर उड़ान अनुभव है। आयसी तुर्की एयरलाइंस के चेयरमैन भी रह चुके हैं। 

चंद्रशेखरन ने किया इल्कर आयसी का स्वागत

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, इल्कर एविएशन इंडस्ट्री के लीडर हैं जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान तुर्की एयरलाइंस को फर्श से अर्श तक पहुंचाया। हमें टाटा समूह में इलकर का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है जहां वह एयर इंडिया को नए युग में ले जाएंगे।

देश में एयरलाइंस की शुरुआत टाटा समूह ने ही की थी। बाद में इसे सरकार ने अधिग्रहित कर एयर इंडिया का नाम दिया। लगभग सात दशक बाद एक बार फिर एयर इंडिया टाटा की झोली में आ गई। वर्षों तक कर्ज में डूबे रहने के कारण इसकी हालत खस्ता हो गई है।

2009 से लेकर अबतक सरकार ने एयर इंडिया को संकट से उबारने के लिए करोड़ों खर्च किए। अंत में उसने इसे बेचने का फैसला किया। टाटा समूह ने 18000 करोड़ की बोली लगाकर इसे खरीद लिया।