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शहर में एडिनो व एच-3 एन-2 वायरस का बढ़ा खतरा, कोरोना से फिर एक की मौत; बंगाल में तेजी से फैल रहा एडिनो वायरस

148 दिनों के बाद रविवार को जिले में फिर एक कोरोना मरीज की मौत हुई है। टेल्को निवासी वृद्ध का इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल में चल रहा था। 4मार्च को उनकी तबीयत खराब होने पर भर्ती कराया गया था। इससे पूर्व कोरोना से 15 अक्टूबर 2022 को मौत हुई थी।

By Amit KumarEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sun, 12 Mar 2023 11:29 PM (IST)
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शहर में एडिनो व एच-3एन-2 वायरस का बढ़ा खतरा, कोरोना से फिर एक की मौत।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले में कोरोना से अभी तक कुल एक हजार 142 मरीजों की मौत हो चुकी है। इधर, शहर में दो नए वायरस का खतरा बढ़ गया है। इसमें एक एडिनो वायरस और दूसरा एच-3एन-2 वायरस है। एडिनो वायरस झारखंड के पड़ोसी राज्य बंगाल में कहर बरपा रहा है। अभी तक दर्जनों बच्चों की मौत हो चुकी है।

चिंता की बात यह है कि जमशेदपुर में रोजाना दर्जनों मरीज इलाज कराने बंगाल से आते हैं। ऐसे में यहां भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। एच-3एन-2 वायरस को लेकर देशभर में अलर्ट जारी किया गया है।

दोनों बीमारी के लक्षण लगभग एक समान

एडिनो वायरस व एच-3एन-2 वायरस का लक्षण लगभग एक समान है। इससे संबंधित लक्षण के मरीज शहर में मिल रहे हैं। तेज बुखार व लंबे समय तक खांसी इसके लक्षण में शामिल हैं। ऐसा भी देखा जा रहा है कि मरीजों का बुखार 104 डिग्री तक पहुंच जा रहा है और दूसरे दिन उतर भी जा रहा है। हालांकि, शहर में अभी तक एक भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है।

एडिनो वायरस क्या है

एडिनो वायरस एक तरह का वायरस है, जो शरीर में हल्का और गंभीर दोनों तरह का संक्रमण कर सकता है। एडिनो वायरस का संक्रमण ज्यादातर श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है। इससे सांस लेने में दिक्कत आती है। यह बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक को अपनी चपेट में ले सकता है।

क्या है लक्षण

एडिनो वायरस के सामान्य लक्षण फ्लू जैसे, सर्दी, बुखार, सांस लेने में समस्या, गले में खराश, निमोनिया और तीव्र ब्रोंकाइटिस हैं। दो साल और उससे कम उम्र के बच्चे इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।

एच-3एन-2 वायरस क्या है

एच-3एन-2 भी एक वायरल संक्रमण की तरह है। हम इंफ्लूएंजा स्वाइन फ्लू वायरस या एच-1एन-1 के बारे में सुनते थे। इसके दो एंटीजेनिक रूप हैं। एच एंटीजन और एन एंटीजन। एच-1 की तरह ही एच-3 भी एक वैरिएंट है और एन-1, एन-2 की तरह ही एक वैरिएंट है। इसमें सांस लेने में तकलीफ होती है।

क्या है लक्षण

एच-3एन-2 वायरस के लक्षण में नाक से पानी आना, तेज बुखार, लगातार खांसी (पहले गीली फिर सूखी), छाती में रक्त संचय, मतली, उल्टी सहित अन्य शामिल हैं।

कैसे करें बचाव

एच-3एन-2 व एडिनो वायरस दोनों की संक्रमित बीमारी है। दोनों बीमारी से बचाव के लिए लगभग एक ही तरह के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बार-बार साबुन से हाथ धोएं, बीमार व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचें, छींकने या खांसने के दौरान मुंह और नाक को ढंकें, मास्क का उपयोग करें, नियमित व्यायाम व योग करें।

क्या बोले डॉक्टर

एमजीएम के फिजिशियन डॉक्टर बलराम झा का कहना है कि अभी जो मरीज मिल रहे हैं, उनमें इंफ्लूएंजा से संबंधित लक्षण मिल रहे हैं। लंबे समय तक खांसी वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। जांच के बाद स्पष्ट हो सकेगा कि यह कौन सा वायरस है।

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शुभोजित बनर्जी ने कहा कि बंगाल में एडिनो वायरस तेजी से फैल रहा है। यहां भी इससे संबंधित लक्षणों के मरीज मिल रहे हैं। हालांकि मेरे पास इससे संबंधित जितने भी मरीज आएं हैं, वे सभी ठीक हो चुके हैं।