Jamshedpur Crime News: पिता इंजीनियर, खुद आइआरटीएस की नौकरी छोड़ बने आइएफएस, पढ़िए दुष्कर्म मामले में फंसे अंशुमन राजहंस की हिस्ट्री
Jamshedpur Crime News आईएफएस अंशुमन राजहंस झारखंड के देवघर के रहने वाले हैं। अंशुमन के पिता के पिता का नाम अशोक कुमार राजहंस है। वे सहायक अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। मां साधना झा सरकारी स्कूल में शिक्षिका है।
By Madhukar KumarEdited By: Updated: Fri, 08 Jul 2022 10:32 AM (IST)
चाईबासा, जासं। दिल्ली में इंजीनियर युवती से दुष्कर्म के मामले में फंसे झारखंड कैडर के भारतीय वन सेवा (आइएफएस) अंशुमन राजहंस की पहली पोस्टिंग पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा वन प्रमंडल में बतौर सलंग्न पदाधिकारी के तौर पर हुई थी। 21 जून 2022 को उन्होंने योगदान दिया। फिर इसी दिन शाम को निजी कारणों का हवाला देते हुए आकस्मिक अवकाश पर चले गये। दो दिन बाद उन्होंने तबीयत खराब होने की बात कहते हुए 14 दिन का अवकाश के लिए आवेदन दे दिया था। चाईबासा वन प्रमंडल के डीएफओ सत्यम कुमार ने बताया कि हम लोगों ने आवेदन स्वीकृत नहीं किया। उन्हें अविलंब चाईबासा में योगदान देते हुए अपना इलाज चाईबासा में ही कराने का निर्देश दिया था। मगर अंशुमन उसके बाद से कभी चाईबासा न आए और न ही इस संबंध में कोई पत्राचार ही किया। बुधवार की देर शाम अंशुमन के भाई अमृतांश ने ई-मेल कर यह जानकारी दी कि अंशुमन को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चाईबासा डीएफओ ने बताया कि गुरुवार को आइएफएस अंशुमन के संबंध में वन मुख्यालय को उचित माध्यम से अवगत कराते हुए विभागीय प्रक्रिया शुरू कर दी है। वन विभाग में चर्चा है कि दुष्कर्म के मामले में फंसने के कारण ही वो भागे हुए थे। इसी कारण वापस नहीं आए। अंशुमन 2020 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। 15 मई को दिल्ली के राजेंद्र नगर थाना में उनके खिलाफ सिविल सेवा की तैयारी कर रही इंजीनियर युवती ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसके बाद उन्हें कोलकाता के सियालदह में बुधवार को एक होटल से पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
देवघर के रहने वाले हैं अंशुमन, पिता झारखंड सरकार में रह चुके इंजीनियर आईएफएस अंशुमन राजहंस झारखंड के देवघर के रहने वाले हैं। अंशुमन के पिता के पिता का नाम अशोक कुमार राजहंस है। वे सहायक अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। मां साधना झा सरकारी स्कूल में शिक्षिका है। अंशुमन के दादा स्वर्गीय बिमल चंद्र राजहंस मोहनपुरहाट स्थित हाइस्कूल में संस्कृत विषय के शिक्षक थे तथा नाना गोपालनंद झा देवघर कालेज में प्राचार्य के पद पर कार्यरत थे। वे देवघर मंदिर में पूजा भी कराते थे।
आइआइटी दिल्ली से किया बीटेक, आइआरटीएस की नौकरी छोड़ बने आइएफएसचाईबासा वन प्रमंडल के डीएफओ सत्यम कुमार ने बताया कि अंशुमन राजहंस काफी शिक्षित परिवार से आते हैं। अंशुमन ने आइआइटी दिल्ली से बी.टेक किया है। वर्ष 2018 में अंशुमन ने इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विस (आइआरटीएस) और आइएफएस की परीक्षाएं पास की। भारतीय वन सेवा की परीक्षा में 11वां रैंक आया था। उन्होंने रेलवे ज्वाइन नहीं किया। 2020 में झारखंड कैडर में बतौर आएएफएस योगदान दिया। जनवरी 2021 में इंडियन फारेस्ट एकेडमी देहरादून में ट्रेनिंग के बाद उन्हें मूल कैडर झारखंड भेजा गया। झारखंड सरकार ने उन्हें आन जाब ट्रेनिंग लिए चाईबासा वन प्रमंडल में प्रशिक्षु संलग्न पदाधिकारी के रूप में पदस्थापित किया था। अब वो दुष्कर्म के मामले में फंस गये हैं।
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