Jamshedpur News: हमेशा मजदूरों के हित के लिए काम करते थे एबी लाल, 30 सितंबर को होंगे रिटायर, इस काम के लिए हमेशा याद करेंगे कर्मचारी
Jamshedpur News जमशेदपुर प्लांट से 1985 में जीईटी से कैरियर की शुरुआत करने वाले एबी लाल 2009 में एचवी एक्सल व एचवी ट्रांसमिशन में सीईओ बनकर आए थे। फिर 2012 में जमशेदपुर प्लांट के हेड बने। उसके बाद यहीं पर रहते हुए उन्होंने मैन्यूफैक्चरिंग हेड की जिम्मेदारी बखूबी संभाली।
जमशेदपुर, जासं। कंपनी की कोई समस्या हो या फिर आपसी विवाद एबी लाल की मध्यस्थता में सब दूर हो जाती थी। टाटा मोटर्स की लखनऊ, पूणे व जमशेदपुर समेत अन्य संयंत्रों में इनकी उपस्थिति में कई अहम समझौते हुए हैं, जिन्हें कंपनी के कर्मचारी सदैव याद रखेंगे। खासकर जमशेदपुर प्लांट में इनकी देखरेख में जो हुआ है, उसे मजदूर भूले नहीं है और नहीं आगे भूलेंगे। एबी लाल 30 सितंबर को रिटायर होंगे।
1985 में शुरु की थी करियर
जमशेदपुर प्लांट से 1985 में जीईटी से कैरियर की शुरुआत करने वाले एबी लाल 2009 में एचवी एक्सल व एचवी ट्रांसमिशन में सीईओ बनकर आए थे। फिर 2012 में जमशेदपुर प्लांट के हेड बने। उसके बाद यहीं पर रहते हुए उन्होंने मैन्यूफैक्चरिंग हेड की जिम्मेदारी बखूबी संभाली। उसी दौरान मजदूर हित में कई सोशल सिक्युरिटी स्कीम बने, जिसमें इनकी अहम भूमिका रही। साकारात्मक सोच से चलने वाली टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के साथ इन्होंने कई बेहतर समझौते किए, जो अन्य कंपनियों के लिए आज भी नजीर साबित हो रही है।
मजदूरों के हित का रखते थे ख्याल
इनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा करीब 1800 परमानेंसी हुई है। वहीं ग्रुप बीमा में साधारण मौत पर दस लाख तो दुर्घटना होने के बाद मौत पर 40 लाख मिलते हैं। दोनों को मिलाकर कुल 50 लाख मृतक के स्वजन को मिलते हैं। वहीं सेवानिधि योजना के अंतर्गत दुर्घटना में मरने वाले मृतक कर्मी के स्वजन को ई ग्रेड के कर्मचारी से लेकर टाप अधिकारी तक एक दिन का आधा बेसिक जोड़कर मिलता है, जो करीब 35 लाख होता है। इसके अलावे पीएफ ग्रेच्यूटी का पैसा समेत बीमा का पैसा मिला दिए जाए तो वह 85 लाख से ज्यादा हो जाएगा।