Jamshedpur News: जमशेदपुर में 45 घंटे से लापता ट्रेनी पायलट का मिला शव, उड़ान भरने के बाद हो गया था लापता
Jamshedpur News जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाला अलकेमिस्ट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का प्रशिक्षु विमान मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे उड़ान भरने के बाद लापता हो गया है। एनडीआरएफ की टीम ने बुधवार को विमान सहित इंस्ट्रक्टर और ट्रेनी पायलट को काफी तलाश किया लेकिन वे नहीं मिले। लेकिन गुरुवार सुबह चांडिल के कल्याणपुर में ट्रेनी पायलट शु्भ्रोदीप दत्ता का शव पानी में उतराता मिला है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। Jamshedpur News: सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाला अलकेमिस्ट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का प्रशिक्षु विमान मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे उड़ान भरने के बाद लापता हो गया था। एनडीआरएफ की टीम ने बुधवार को विमान सहित इंस्ट्रक्टर और ट्रेनी पायलट को काफी तलाश किया लेकिन वे नहीं मिले।
लेकिन गुरुवार सुबह चांडिल के कल्याणपुर में ट्रेनी पायलट शु्भ्रोदीप दत्ता का शव पानी में उतराता (पानी में उफला हुआ) मिला है। जिसे सबसे पहले चांडिल बांध के मछुआरों ने देखा और इसकी सूचना विस्थापित मत्सयजीवी स्वालंबी सहकारिता समिति के सदस्यों को दी गई। अब इस शव को बाहर निकालने की तैयारी की जा रही है।
विमान का संपर्क ATC से टूट गया था
मालूम हो कि मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे अलकेमिस्ट एविएशन का प्रशिक्षु विमान सेसना 172 (वीटीटीएएस) उड़ान भरने के 50 मिनट बाद सुबह 11 बजकर 20 मिनट में अचानक से लापता हो गया। उसका संपर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से टूट गया। इसके बाद से ही लगातार विमान और उसमें सवार पटना के इंस्ट्रक्टर जीत शत्रु व ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता की लगातार तलाश की जा रही थी।
मंगलवार को पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां के जिला प्रशासन ने पोटका के आमदा पहाड़ से लेकर खरसावां के अयोध्या हिल सहित दलमा के जंगलों में तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। बुधवार को रांची से आई नेशनल डिजास्टर रिस्पांस टीम (एनडीआरएफ) के 15 सदस्यीय दल ने तलाश की लेकिन उन्हें भी कामयाबी नहीं मिली थी। ऐसे में जिला प्रशासन ने स्थानीय सांसद सह रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ से संपर्क किया और उनकी पहल पर नेवी की टीम को बुलाया गया है जो आधुनिक मशीनों की मदद से लापता विमान की तलाश करेगी।
पायलट शुभ्रो दीप दत्ता की फाइल फोटो
सुबह आठ बजे चांडिल डैम के पास मिला ट्रेनी पायलट का शव
चांडिल डैम के दूसरे छोर पर स्थित है कल्याणपुर। सुबह आठ बजे के लगभग डैम में मछली पकड़ने वालों ने सबसे पहले शव को देखा और इसकी सूचना चांडिल बांध विस्थापित मत्सयजीवी स्वालंबी सहकारिता समिति के सदस्यों को दी। समिति के सदस्यों ने जब सामने जाकर देखने से पता चला कि यह ट्रेनी पायलट का शव है जो पायलट वाले ड्रेस में है।
शव की पहचान उसके नेम प्लेट से की गई जिसमें शुभ्रो दीप दत्ता लिखा हुआ है। शव पूरी तरह से फूल गया है और उसे डैम से निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम को सूचना दी गई। इस घटना के बाद शुभ्रो दीप दत्ता के स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शुभ्रो दीप अपने परिवार का इकलौता बेटा था और वह अपने परिवार के साथ सरायकेला-खरसावां जिले आदित्यपुर के स्थित इच्छापुर में रहता था। जबकि पटना निवासी इंस्ट्रक्टर का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है।
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