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Jamshedpur: स्वर्णरेखा नदी का होगा कायापलट, 474 किलोमीटर लंबी पेटी से निकाली जाएगी गाद

Jamshedpur News झारखंड की राजधानी रांची से निकलने वाली स्वर्णरेखा नदी का कायापलट होने जा रहा है। अब स्वर्णरेखा नदी केंद्र सरकार की रिवर सिटीज एलायंस योजना से जुड़ेगी। इसके उद्गम से बंगाल की खाड़ी तक 19 हजार वर्ग किलोमीटर में फैले बेसिन की सफाई की जाएगी।

By Jagran NewsEdited By: Nirmal PareekUpdated: Thu, 22 Dec 2022 03:10 PM (IST)
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नमामि गंगा प्रोजेक्ट की तरह स्वर्णरेखा नदी का होगा कायापलट

निर्मल प्रसाद, जमशेदपुर: झारखंड की राजधानी रांची से 16 किलोमीटर दूर छोटा नागपुर के पठार से निकलने वाली स्वर्णरेखा नदी का कायापलट होने जा रहा है। अब स्वर्णरेखा नदी केंद्र सरकार की रिवर सिटीज एलायंस योजना से जुड़ेगी। नमामि गंगे प्रोजेक्ट की तरह स्वर्णरेखा नदी के उद्गम से बंगाल की खाड़ी तक 474 किलोमीटर लंबी नदी व 19 हजार वर्ग किलोमीटर में फैले बेसिन की सफाई की जाएगी।

नमामि गंगे प्रोजेक्ट के पूर्व महानिदेशक ने हाल ही में किया था विजिट

नमामि गंगे प्रोजेक्ट के पूर्व महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा पिछले दिनों टेड-एक्स के कार्यक्रम में शहर आए थे। अभी वे नेशनल इंस्टीट्यूट आफ अर्बन अफेयर्स में सलाहकार के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बीते रविवार को स्वच्छता पुकारे टीम के साथ मिलकर स्वर्णरेखा नदी का अवलोकन किया। इसके साथ ही नदी की पेटी की सफाई कर स्वच्छता पुकारे टीम को स्वर्णरेखा नदी पर विस्तृत रिपोर्ट भेजने को कहा है, ताकि इसे भी सिटी रिवर एलाएंस से जोड़ा जा सके।

इन पर मांगी विस्तृत रिपोर्ट

स्वर्णरेखा नदी के उद्गम स्थल से लेकर बंगाल की खाड़ी में मिलने तक कहां-कहां नदी का प्रवाह किस तरह है, कहां नदी का बहाव रुक गया है, किन स्थानों पर अतिक्रमण हो चुका है, कहां-कहां नाले, सीवरेज व औद्योगिक कचरा सीधे नदी में प्रवाहित किए जा रहे हैं। इस विस्तृत रिपोर्ट को फोटो व वीडियो के साथ देने को कहा है। झारखंड के नगड़ी से निकलने वाली स्वर्णरेखा नदी रांची से चांडिल, जमशेदपुर, घाटशिला होते हुए जामशोला से पश्चिम बंगाल में प्रवेश करती है। यहां स्वर्णरेखा नदी दिप्पाल, गोपीवल्लभपुर, नयाग्राम, गोपालपुर से ओडिशा में प्रवेश करती है, जो तोतापारा, प्रहराजपुर होते हुए चौमुख से आगे बढ़ते हुए बालेश्वर में बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है।

क्या है सिटी रिवर एलाएंस

नमामि गंगे की तर्ज पर केंद्र सरकार की जल शक्ति मंत्रालय देश के उन शहरों को जोड़ती है, जहां किसी नदी का प्रवाह है। ऐसे शहरों को आपस में जोड़कर एक मंच के रूप में रिवर सिटी एलाएंस तैयार किया गया है। यह नदियों की सफाई के लिए आपस में आइडिया साझा करने, नदी को निर्मल व अविरल बनाने के लिए पहल करना है। वर्तमान में इस योजना से देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, वाराणसी, कानपुर, प्रयागराज, फर्रुखाबाद, मिर्जापुर, मेरठ, अयोध्या, पटना, भागलपुर सहित अन्य शहरों को जोड़ा गया है।