बड़ी रोचक है ये कहानी: टाटा कंपनी के फोरमैन की याद में बना कीनन स्टेडियम Jamshedpur News
जॉन लॉरेंस टाटा कंपनी में फोरमैन थे। 25 साल नौकरी करने के बाद जब अपने मुल्क जाने लगे तो उनकी याद में जनभागीदारी से स्टेडियम का निर्माण कराया गया। नाम पड़ा- कीनन स्टेडियम।
By Rakesh RanjanEdited By: Updated: Tue, 19 Nov 2019 02:59 PM (IST)
जमशेदपुर, जितेंद्र सिंह। जमशेदपुर शहर के कीनन स्टेडियम की बुनियाद कैसे पड़ी, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है। वर्ष 1913 में जॉन लॉरेंस कीनन नौकरी करने जमशेदपुर आए। टाटा कंपनी के ब्लास्ट फर्नेस में बतौर फोरमैन नौकरी करने लगे। 25 वर्षो तक सेवा देने के बाद दिसंबर 1937 में भारत छोड़ कर चले गए। कीनन को विदाई देने के लिए 24 नवंबर 1937 को सभा आयोजित की गई। इसमें तय हुआ कि कीनन की यादों को जिंदा रखने के लिए नार्थ पार्क ग्राउंड में एक विशाल स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा।
तब इसके लिए 25 हजार रुपये की जरूरत थी। स्टेडियम निर्माण के लिए एक समिति बनाई गई। इसके चेयरमैन एए ब्रायंट और अध्यक्ष जेजे गांधी बनाए गए। सभी लोगों से अपील की गई कि रुपये एकत्र करने में सहयोग दें। इसके बाद नौराजी सकलतवाला ने 500 रुपये, जेआरडी टाटा ने 250 रुपये तथा बाम्बे के अन्य सहकर्मियों ने 300 रुपये का योगदान दिया। स्टेडियम निर्माण के लिए जमशेदपुर शहर के लोगों से भी राशि वसूली गई। इस तरह स्टेडियम बनकर तैयार हो गया।
इस तरह हुआ उद्घाटन
22 नवंबर 1939 को जेजे गांधी ने इस स्टेडियम के उद्घाटन के लिए जेआरडी टाटा को आमंत्रण देते हुए पत्र लिखा। इस पत्र में लिखा था- बिहार और बंगाल के बीच दो से चार दिसंबर को होने वाले रणजी टूर्नामेंट के मद्देनजर यदि दो दिसंबर को मैच शुरू होने के पूर्व स्टेडियम का उद्घाटन किया जाए तो बेहतर होगा। ऐसा हुआ भी। मैच के बाद जेजे गांधी ने अपने भाषण में कहा कि जमशेदपुर खेल की राजधानी कहे जाने वाले कोलकाता शहर को भी पीछे छोड़ दिया है। जमशेदपुर के पास कीनन स्टेडियम है, जो फिलहाल तो छोटा है लेकिन धीरे-धीरे एक बेहतरीन स्टेडियम बना दिया जाएगा। आज कीनन स्टेडियम झारखंड की शान है।
ऐसा है कीनन स्टेडियम
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- कीनन स्टेडियम का आकार 65 यार्ड है। फ्लड लाइट नहीं है। दर्शक क्षमता 18,000 है।
- यह दर्शक क्षमता के हिसाब से देश का 78वां सबसे बड़ा ग्राउंड है।
- पहला मैच सात दिसंबर 1983 को वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेला गया था।
- अंतिम क्रिकेट मैच 12 अप्रैल 2006 को भारत व इंग्लैंड के बीच खेला गया था। भारत पांच विकेट से हार गया था।
- यहां खेले गए नौ मैच में भारत को सिर्फ एक मैच में जीत मिली है। भारत ने 2000 में साउथ अफ्रीका को छह विकेट से हराया था।
- कीनन में कालीचरण, गैरी सोबर्स, विवियन रिचर्डस, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, चेतन शर्मा, कपिलदेव व एमएस धौनी जैसे क्रिकेटर खेल चुके हैं।
- इस ग्राउंड का जिक्र फिल्म ‘एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी’ में भी किया गया है।