जानिए, कैसे हार्ट अटैक के खतरे से बचाती है अर्जुन के पेड़ की छाल, अस्थमा में भी है कारगर
प्रकृति ने हमें काफी कुछ दिया है जिससे गंभीर रोगों को आसानी से दूर भगाया जा सकता है। ऐसा ही एक पेड़ अर्जुन का है जिसके छाल से हार्ट अटैक व अस्थमा जैसी बीमारियों से निजात पाया जा सकता है।
By Jitendra SinghEdited By: Updated: Sun, 25 Jul 2021 06:00 AM (IST)
जमशेदपुर : आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में अर्जुन के पेड़ की छाल का इस्तेमाल हजारों वर्षों से किया जा रहा है। अर्जन के पेड़ को अर्नुनारिष्ट भी कहा जाता है। इसक छाल का इस्तेमाल स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। इस पेड़ की छाल से बनी दवाइयां उच्च रक्तचाप को कम करने के साथ-साथ हृदयाघात की खतरे को भी कम करती है। यह एक गुणकारी पेड़ है जो कैंसर के जोखिम, अस्थमा को रोकने, यूरिन इंफेक्शन, खांसी व वजन कम करने में मदद करती है। भारत में लगभग यह हर जगह अर्जुन का पेड़ आसानी से मिल जाएगा। लेकिन विदेशों में हर्बल स्टोरों पर पेड़ की छाल का पाउडर उपलब्ध रहता है।
अर्जुन के छालों का इस तरह करें इस्तेमालस्वास्थ्य विशेषज्ञ के मुताबिक अर्जुन पेड़ की छाल का पाउडर बनाकर इसका पानी या फिर दूध के साथ सेवन किया जाता है। सबसे पहले पानी में पेड़ की छाल को उबाल लें। उसे अच्छी-तरह से उबल जाने के बाद इसे छानकर पी लें। या चाहें तो इस पाउडर को दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं।
उच्च रक्तचाप : एक शोध के मुताबिक अर्जुन पेड़ की छाल के जरिए कोलेस्ट्रोल ट्राइग्लिसराइड और ब्लड प्रेशर के स्तर को कम किया जा सकता है। यह खून के रक्त शर्करा के स्तर को भी कम करता है।कैंसर के जोखिम को कम करे : एक्सपर्ट्स के मुताबिक अर्जुन पेड़ की छाल का अर्क कैंसर के खतरे को भी कम करता है। दरअसल अर्जुन के पेड़ में कैंसर रोधी गुण पाए जाते हैं। इसकेनियमित सेवन से स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहता है।
अस्थमा : पशुओं पर किए गए परीक्षण से पता चला है कि अर्जुन की छाल में अस्थमा रोधी गुण पाए जाते हैं। फेफड़ों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। हालांकि असको लेकर अभी अधिक शोध की जरुरत है।
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