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PM Swanidhi Yojana : पीएम स्वनिधि योजना से बदल गयी मानकी की तकदीर, 10 हजार रुपये से चल पडी रोजगार की गाडी

मानगो नगर निगम द्वारा पीएम स्वनिधि योजना के तहत मानगो निवासी महिला मानकी राय को 10 हजार रुपये का लोन दिलाया गया। इसकी बदौलत मानकी राय ने मछली का व्यवसाय किया और अपने पूरे परिवार का भरण पोषण कर रही है।

By Rakesh RanjanEdited By: Updated: Thu, 10 Jun 2021 07:16 PM (IST)
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पीएम स्वनिधि योजना बहुत ही कारगर साबित हो रही है।

जमशेदपुर, जासं। झारखंड के मानगो नगर निगम द्वारा पीएम स्वनिधि योजना के तहत मानगो निवासी महिला मानकी राय को 10 हजार रुपये का लोन दिलाया गया। इसकी बदौलत मानकी राय ने मछली का व्यवसाय किया और अपने पूरे परिवार का भरण पोषण कर रही है। मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय ने बताया कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत लाभुकों को मिल रहे 10 हजार रुपए के लोन से लॉकडाउन/स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में रोजगार शुरू करने में आसानी हुई।

उन्होंने बताया कि मानकी राय जवाहर नगर रोड नंबर 15 में मछली बेच कर अपने पोता - पोती एवं बहू का गुजारा कर रही है। इनके बेटे का देहांत हो गया था। घर में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं था जो घर की जिम्मेवारी उठा सके। मानकी राय ने मानगो नगर निगम के सीआरपी तनुश्री चटर्जी से संपर्क कर पीएम स्वनिधि योजना के तहत 10000 के लोन के लिए आवेदन भरा था। योजना के तहत चयन कर इनका आवेदन आईडीबीआई बैंक भेजा गया जहां से उन्हें पीएम स्वनिधि योजना के तहत 10000 का लोन प्राप्त हुआ। इसके बाद मानकी प्रतिदिन मछली बेचने का कार्य करने लगी। आज उससे होनेवाली आमदनी से अपने परिवार का पालन पोषण कर रही है। मानकी राय बताती हैं कि उनके पास फुटपाथ विक्रेता पहचान पत्र मानगो नगर निगम कार्यालय से मिला हुआ है। वह पूर्व में भी मछली बेचने का कार्य करती थी लेकिन कोराना काल में जमा पूंजी खत्म हो गइ और इनके बेटे का देहांत होने से इनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी।

मानगो में 900 लोग पीएम स्वनिधि योजना का उठा चुके लाभ

मानगो नगर निगम कार्यालय में अब तक 1900 लोगों ने पीएम स्वनिधि योजना के तहत लोन लेने के लिए आवेदन दिया है। जिसमें से 900 लोगों ने योजना का लाभ उठा लिया। कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय ने बताया कि बाकी बचे आवेदकों का लोन स्वीकृत करने के लिए बैंक से बात की गई है। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ सभी फुटपाथ विक्रेताओं को लेना चाहिए क्योंकि ब्याज की राशि काफी कम (ब्याज में सात प्रतिशत की सब्सिडी प्रतिवर्ष) है। एक साल के अंदर अगर यह राशि वापस कर देते हैं तो बैंक से लोन के लिए फिर अप्लाई कर सकते हैं। सरकार द्वारा शहरी क्षेत्र के फुटपाथ विक्रेताओं के रोजगार में पूंजीगत सहयोग के लिए पीएम स्वनिधि योजना बहुत ही कारगर साबित हो रही है।

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