चाबुक जैसी पूंछ वाली बिच्छू से कॉमन कुकरी सांप... दलमा के जंगल में है हैरान कर देने वाले जीव-जंतुओं का वास
अर्न्तराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस हर साल 22 मई को मनाया जाता है। इसके तहत आज जमशेदपुर में स्थित दलमा पहाड़ी की बात करेंगे जो अपने अंदर कई विलुप्त प्राय जीव जंतुओं को समेटे हुए हैं। इनमें कामन कुकरी सांप ड्रैगन तितली चाबुक जैसी पूंछ वाली बिच्छू चाल्कोसिया कीट काफी टिड्डी गरूड़ के पेड़ पीले फूल वाले सेमल शामिल हैं जिनका संरक्षण बेहद जरूरी है।
विलुप्त हो रहे जीव-जंतुओं का संरक्षण जरूरी
दलमा में पाए जाने वाले विलक्षण जीव-जंतु
- गरूड़ के पेड़ - गरूड़ के पेड़ का उपयोग आयुर्वेद में कई तरह के इलाज में किया जाता है। दलमा व सारंडा के अलावा मध्यप्रदेश के अबूझमाड़ जंगल में अधिक पाया जाता है।
- चाबुक जैसी पूंछ वाली बिच्छू - व्हिप बिच्छू की विशेषता है इसकी लंबी पतली पूंछ।य ह दलमा के अलावा अमेरिका में पाया जाता है। इसके अलावा फ्लोरिडा, न्यू मैक्सिको, ओक्लाहोमा, टेक्सास और मैक्सिको में पाई जाती है।
- ड्रैगन फ्लाई - यह एक कीट है। इसकी बड़ी आंखें, दो जोड़ी पंख व हेलिकाप्टर जैसा लम्बा शरीर इसकी मुख्य विशेषता हैं। ड्रैगन फ्लाई अंटार्कटिका महाद्वीप को छोड़कर हर महाद्वीप पर पाए जाते हैं, जहां पानी में थोड़ा खारापन हो।
- काॅमन कुकरी सांप - यह सांप दलमा के अलावा रेगिस्तान और हिमालय के तराई वाले प्रदेशों में पाए जाते हैं। घने जंगलों में पाया जाने वाला यह सांप ढीली मिट्टी, चट्टानी क्षेत्रों और नमी वाली घनी वनस्पतियों के पास पाया जाता है।
- पीले फूल वाले सेमल - इसमें एंटीएजिंग क्षमता होती है, जो उम्र बढ़ने के कारण त्वचा पर दिखने वाली झुर्रियों को कम कर सकता है। सेमल की पत्तियों और छाल में एंटी माइक्रोबियल इफ़ेक्ट होता है, जो फोड़े और चिकन पाक्स जैसी त्वचा संबधी समस्याओं को दूर किया जाता है।
- बच का पौधा - यह पौधे दलमा के अलावा हिमाचल प्रदेश, बिहार के अलावा मध्यप्रदेश के सतपुड़ा के जंगलों में पाया जाता है। इसके अलावा यह सोन घाटी, सतपुड़ा मेकल आदि में पाया जाता है।
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