एमजीएम में जल्द होगा कार्निया प्रत्यारोपण, उपकरण खरीद को मिले 40 लाख रुपये
कार्निया प्रत्यारोपण एक आपरेशन है जिसमें क्षतिग्रस्त कार्निया के कुछ या सभी हिस्सों को हटाकर उसे किसी उपयुक्त डोनर की आंख के स्वस्थ कार्निया टिश्यू से बदल दिया जाता है। देश में 15 मिलियन लोग अंधापन के शिकार होते हैं। जिसमें तीन मिलियन लोग कार्निया से ग्रस्त होते हैं।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज अस्पताल में जल्द ही कार्निया प्रत्यारोपण शुरू हो जाएगा। इस सुविधा को शुरू करने के लिए विभाग की तरफ से 40 लाख रुपये का आवंटन किया गया है। फंड उपलब्ध होते ही इसकी तैयारी तेज कर दी गई है। उपकरणों की खरीदारी के लिए एमजीएम अधीक्षक डा. अरुण कुमार ने विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की। कार्निया प्रत्यारोपण शुरू होने से लोगों को काफी फायदा होगा। अबतक इस अस्पताल में कार्निया प्रत्यारोपण की सुविधा नहीं थी।
डा. अरुण कुमार ने बताया कि कार्निया प्रत्यारोपण एक आपरेशन है जिसमें क्षतिग्रस्त कार्निया के कुछ या सभी हिस्सों को हटाकर उसे किसी उपयुक्त डोनर की आंख के स्वस्थ कार्निया टिश्यू से बदल दिया जाता है। देश में 15 मिलियन लोग अंधापन के शिकार होते हैं। जिसमें तीन मिलियन लोग कार्निया से ग्रस्त होते हैं। इसमें लगभग 26 प्रतिशत कम उम्र के बच्चे शामिल होते हैं।
कुछ माह पूर्व भेजा गया था प्रस्ताव
एमजीएम अधीक्षक के नेतृत्व में कुछ माह पूर्व एक कार्यशाला आयोजित किया गया था। इसमें कार्निया प्रत्यारोपण के क्षेत्र में कार्य करने वाली
संस्था रोशनी के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया था। उनके सहयोग से एक प्रस्ताव तैयार कर विभाग को भेजा गया था, जिसपर विभाग ने सहमति देते हुए 40 लाख रुपये उपलब्ध कराए गए हैं।
तैयार है आई बैंक
एमजीएम में आई बैंक बनकर तैयार है। उपकरण की वजह से इसे शुरू नहीं किया जा रहा था लेकिन अब आई बैंक व कार्निया प्रत्यारोपण दोनों शुरू हो सकेगा। इसके लिए चिकित्सक, टेक्नीशियन व कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। उम्मीद है कि जल्द ही इसका लाभ कोल्हान क्षेत्र के लोगों को मिल सकेगा।
शहर के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। स्वास्थ्य मंत्री ने इसे गंभीरता से लिया और अब जल्द ही शुरू हो जाएगा। इससे लोगों को काफी फायदा होगा।
- डा. अरुण कुमार, अधीक्षक, एमजीएम।