National Science Day 2024: बिल्डिंग में आग लगने पर अब घबराने की नहीं जरूरत, इमरजेंसी विंडो स्कैप लैडर होगा मददगार
आमतौर पर ऊंची इमारतों पर आग लगने की स्थिति में आपाधापी मच जाती है। लोगों में नीचे उतरने की होड़ मची रहती है। ऐसे में कई पहले ही दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। इसे देखते हुए जमशेदपुर प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय खुखड़ाडीह के कक्षा नवम के छात्र ने इमरजेंसी विंडो स्कैप लैडर का मॉडल बनाया है जो आपातकालीन स्थिति में मददगार साबित होगा।
वेंकटेश्वर राव, जमशेदपुर। ऊंचे भवनों में आग लगने या अन्य आपातकालीन स्थिति में लोग फंस जाते हैं। इन भवनों में रास्ता नहीं होने के कारण दमकल की गाड़ियां या अन्य सुरक्षा उपकरण भी समय पर नहीं पहुंच पाते, ऐसे में अनहोनी का अंदेशा रहता है। इसी अंदेशा को ध्यान में रखते हुए जमशेदपुर प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय खुखड़ाडीह के कक्षा नवम के छात्र ने अपनी सोच का परिचय देते हुए इमरजेंसी विंडो स्कैप लैडर नामक माॅडल बनाया है।
राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए मॉडल का चयन
यह घर के खिड़की या दरवाजे के ग्रिल की तरह सीढ़ीनुमा है। यह हाइड्रोलिक सिस्टम के तहत संचालित होगा। इस माॅडल को भारत सरकार की इंस्पायर अवार्ड मानक स्कीम के तहत राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया है। यह प्रतियोगिता जल्द ही नई दिल्ली में होने वाली है। पूर्वी सिंहभूम से यह एकमात्र माॅडल है, जिसका चयन राष्ट्रीय स्तर पर हुआ है।
राज्य स्तर पर मॉडल को मिला पहला पुरस्कार
राज्य स्तर पर इस माॅडल को पहला पुरस्कार मिला है। छात्र साइरस कुमार दत्ता के सोच ने इसे एक नया आयाम दिया है। इस उपकरण को अपने घर के दरवाजे और खिड़कियों में फिक्स कर सकते हैं। यह लोहे के ग्रिल की तरह ही बना हुआ है।यह बिल्कुल आपके खिड़की की साइज का रहेगा। इसकी मदद से आप चार-पांच तल्ला से आसानी से नीचे उतर सकते हैं। आपाधापी में कूदने से भी लोग बचेंगे। यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण खोज है। सोच छोटी है, लेकिन इसका फलक बड़ा है।
ऐसे काम करेगा इमरजेंसी विंडो स्कैप लैडर
इमरजेंसी विंडो स्कैप लैडर की गाइड शिक्षिका कल्पना भकत बताती है कि भवन में किसी एक सिरे में खिड़की की जगह यह लैडर लगा रहेगा, जो आसानी से आपातकालीन स्थिति में सीढ़ी की तरह कार्य करेगा। आपात परिस्थिति में घर के सदस्य उनके नीचे के तल्ले में आराम से उतर सकते हैं।एक खिड़की में दो-तीन सीढ़ियों की तरह ग्रिल लगा रहेगा। हाइड्रोलिक सिस्टम से यह संचालित होगा। आपातकालीन स्थिति में यह ग्रिल छिटकनी खोलने के साथ खुल जायेगा। इससे नीचे उतरा जा सकता है। वहीं अगर घर के नीचे की बिल्डिंग में आग लगी हो तो उस बिल्डिंग के इमरजेंसी विंडो स्कैप लैडर के सहारे उससे भी नीचे के भवन में पहुंच सकेंगे।
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