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NCPCR का निर्देश, त्योहारों पर मेहंदी या तिलक लगाकर आने वाले बच्चों को दंडित करना अपराध, करें सख्त कार्रवाई

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने निर्देश दिया है कि पर्व-त्योहारों के मौके पर राखी तिलक या मेहंदी लगाकर आने वाले छात्र-छात्राओं को स्कूल दंडित न करें। इस संबंध में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्कूली शिक्षा विभाग के प्रधान सचिवों को जारी पत्र में ऐसा न करने वाले स्कूलों को कार्रवाई के दायरे में भी लाने के निर्देश दिए गए हैं।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Thu, 07 Sep 2023 12:41 AM (IST)
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त्योहार के दिन मेहंदी या तिलक लगाकर आने वाले बच्चों को दंडित न करें स्कूल: NCPCR।

वेंकटेश्वर राव, जमशेदपुर: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कहा है कि पर्व-त्योहारों के मौके पर राखी, तिलक या मेहंदी लगाकर आने वाले छात्र-छात्राओं को स्कूल दंडित न करें।

आयोग के चेयरमैन प्रियांक कानूनगो की ओर से इस संबंध में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्कूली शिक्षा विभाग के प्रधान सचिवों को पत्र जारी किया गया है। पत्र में इस व्यवस्था को सुनिश्चित कराने को कहा गया है। ऐसा न करने वाले स्कूलों को कार्रवाई के दायरे में भी लाने के निर्देश दिए गए हैं।

यह निर्देश सख्ती से लागू हुआ तो अब कोई भी स्कूल, छात्रों को पर्व-त्योहारों के दौरान मेहंदी लगाकर, राखी व कलावा बांधकर या तिलक लगाकर स्कूल आने पर प्रताड़ित, अपमानित या दंडित नहीं कर सकेगा।

पत्र में क्या कहा गया

पत्र में कहा गया है कि आयोग के पास ऐसी कई शिकायतें पहुंची हैं, जिनमें पर्व-त्योहार के मौके पर छात्राओं के मेहंदी या बिंदी और छात्रों के राखी बांधकर, तिलक लगाकर अथवा कलावा बांधकर स्कूल पहुंचने पर प्रबंधन द्वारा उन्हें कक्षा से निकालने, डांटने, पीटने और अपमानित करने जैसी कार्रवाई की गई है।

यही नहीं, कई जगह ऐसे बच्चों को कई दिनों तक स्कूल आने पर पाबंदी लगा देने की घटनाएं भी सामने आईं। आयोग ने माना है कि पर्व त्योहार में अपनी संस्कृति के अनुसार रीति रिवाज का पालन करने से रोकना प्रताड़ना जैसा ही है।

हो चुकी हैं इस तरह की कई घटनाएं

जमशेदपुर में पिछले तीन सालों में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। केंद्रीय विद्यालय टाटानगर में राखी बांधकर कई विद्यार्थी कक्षा में पहुंचे थे। स्कूल की प्रिंसिपल ने राखी पहनकर आए सभी छात्रों को बाहर का रास्ता दिखा दिया।

इसी तरह राजेंद्र विद्यालय की छात्राओं को भी मेहंदी लगाकर स्कूल आने पर तीन दिन तक स्कूल आने से रोक दिया गया था।

मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल में भी तिलक लगाकर एक छात्र के आने पर हंगामा मचा था। धनबाद में दसवीं कक्षा की छात्रा को बिंदी लगाकर स्कूल आने पर शिक्षिका ने फटकार लगाते हुए थप्पड़ जड़ दिया था। इससे आहत होकर छात्रा ने घर जाकर आत्महत्या कर ली थी।

क्या बोले शिक्षा सचिव

इस संबंध में स्कूलों को निर्देश जारी किया जा रहा है। त्योहारों के विशेष मौके पर छात्र-छात्राओं तथा उनके परिवार-समाज की मान्यताओं और भावनाओं का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।

के रवि कुमार, सचिव, स्कूली शिक्षा, झारखंड।