टाटानगर स्टेशन के सेकेंड इंट्री तक ब्रिज की तैयारी शुरू, काटा जा रहा टावर
टाटानगर स्टेशन के सेकेंड इंट्री तक ब्रिज बनाने की तैयारी रेलवे ने शुरू कर दी है इसके तहत प्लेटफार्म नंबर पांच के पास लंबा टावर को काट कर गिराया जा रहा है।
जासं, जमशेदपुर : टाटानगर स्टेशन के सेकेंड इंट्री तक ब्रिज बनाने की तैयारी रेलवे ने शुरू कर दी है इसके तहत प्लेटफार्म नंबर पांच के पास लंबा टावर को काट कर गिराया जा रहा है। ताकि प्लेटफार्म नबंर पांच से सेकेंड इंट्री बुकिग काउंटर तक ब्रिज को ले जाया जा सके। पिछले वर्ष पिछले वर्ष प्लेटफार्म नंबर एक से पांच तक फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा चुका है। अब प्लेटफार्म नंबर पांच से सेकेंड इंट्री तक फुट ओवर ब्रिज को ले जाना है। कोरोना संक्रमण के कारण लंबे समय से यह काम रुका हुआ था। अब जब ट्रेनों ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है तो रेलवे भी इस फुट ओवर ब्रिज के निर्माण कार्य को शुरू कर रहा है। हालांकि जिस जगह पर टावर है। उससे सट कर ही 11 हजार वोल्ट का ओवरहेड इक्वीपमेंट (ओएचई) गुजर रहा है। जरा सी भी चूक हुई तो इसके खतरनाक परिणाम हो सकते है। क्योंकि ओएचई करंट दूर से ही किसी को भी खींचने की क्षमता रखता है। रेल सूत्रों की माने तो रविवार को बिना ओएचई का कनेक्शन काटे ही कर्मचारी टावर में चढ़ गया था।
दुर्गाबाड़ी पूजा समिति जुगसलाई में रखा गया खाद कलश
जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र के मंदिरों व पूजा पंडाल में एक-एक कलश रखे जाएंगे। इसका नाम खाद कलश रखा गया है। इस खाद कलश में मंदिर व पंडाल में मां दुर्गा की पूजा के दौरान निकलने वाले फूल फल बेलपत्र व अन्य पूजन सामग्री को जमा किया जाएगा। सोमवार को जुगसलाई स्थित दुर्गाबाड़ी पूजा समिति के प्रांगण में खाद कलश स्थापित किया गया।
ठोस कचरा प्रबंधन विशेषज्ञ सोनी कुमारी ने बताया कि खाद कलश एक प्रकार का मिट्टी से बना छिद्र युक्त कलश है। इसमें प्रयोग की गई पूजा सामग्री रखी जाएगी। जुगसलाई नगर पालिका के विशेष कार्यपदाधिकारी जगदीश प्रसाद यादव ने बताया कि घर के पूजा सामग्री को अपने नजदीक के मंदिर में रखे गए खाद कलश में डाल सकते हैं।