Jharkhand News: रेलवे में होगी 30 हजार टेक्निशियन पदों की बहाली, RRB ने आदेश किए जारी
रेलवे 16 जोन में टेक्निशियन के पदों पर बहाली करेगी। इस संबंध में रेलवे बोर्ड के निदेशक ने आदेश भी जारी कर दिया है। बता दें कि रेलवे के सभी जोन में मौजूदा समय में 9 हजार से ज्यादा टेक्नीशियन के पद खाली पड़े हैं। लेकिन मैकेनिकल विभाग में सभी जोन में मेंटेनेंस कार्य में वृद्धि होने के बाद सभी पदों की वृद्धि की मांग की है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। Railway Technician Posts रेलवे के 16 जोन में 30,365 टेक्निशियन के पदों पर बहाली होगी। रेलवे बोर्ड के निदेशक (इस्टेबलिशमेंट-आरआरबी) विद्याधर शर्मा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
रेलवे के सभी जोन में वर्तमान में 9144 पद रिक्त हैं और इन पदों पर नियुक्ति के लिए रेलवे बोर्ड ने आदेश दे दिया था। लेकिन सभी जोन ने थर्ड और फ्रोर्थ लाइन का कमीशन होने, ट्रेनों की संख्या बढ़ने, मैकेनिकल विभाग में मेंटेनेंश कार्य में वृद्धि होने के बाद सभी पदों की वृद्धि (इनहांस्मेंट) की मांग की।
रेलवे बोर्ड की इस दिशा में जल्द शुरू होगी पहल
क्योंकि इसके बाद अगले चार-पांच सालों में फिर नियुक्ति नहीं होगी। इसलिए भविष्य में कितने पदों पर रिक्तियां (सेवानिवृत्त) होने वाली है और उन्हें भी पदों की बढ़ोत्तरी के दौरान ध्यान में रखा गया है।रेलवे बोर्ड ने इस दिशा में जल्द पहल शुरू करने को कहा है। माना जा रहा है कि दो जून 2023 में बालेश्वर में हुई सदी की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना के बाद कर्मचारियों के रिक्त पदों पर बहाली करने की मांग उठी, क्योंकि इसके कारण कर्मचारियों पर काम का दबाव बढ़ गया है।
आरआरबी के माध्यम से होगी बहाली
रेलवे बोर्ड के आदेश के तहत सेंट्रलाइज्ड इम्प्लाइमेंट नाटिफिकेशन (सीईएन) के तहत देश भर में एक साथ नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी और रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (आरआरबी) सिकंदराबाद के माध्यम से परीक्षा आयोजित की जाएगी। पूरी परीक्षा कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) द्वारा होगी।एनएफआईआर ने की थी पहल
इस मामले में नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमैन (एनएफआईआर) ने पहल की थी। रेलेव बोर्ड को भेजे गए अपने पत्र में एनएफआईआर ने सभी जोन में रिक्त पदों के अलावा बढ़ते काम को ध्यान में रखते हुए पदों की संख्या की पुन: समीक्षा करते हुए संख्या इंडेंट (वृद्धि) करने की अपील बोर्ड से की थी।
एनएफआईआर के जोनल सहायक महासचिव एसआर मिश्रा का कहना है कि रिक्त पदों के कारण कार्यरत कर्मचारी पर काम का दबाव बढ़ गया है। इससे हड़बड़ी में कई बार गलती कर देते हैं इसलिए यात्री सुरक्षा पर जोर देते हुए पदों की संख्या बढ़ाने की मांग की गई थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।