Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Jharkhand Naxali: एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस समेत छह को भेजा गया जेल

एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस समेत छह को रविवार को मेडिकल जांच के बाद सरायकेला कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। पुलिस अब सबों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है ताकि महत्वपूर्ण खुलासे हो सकें।

By Rakesh RanjanEdited By: Updated: Sun, 14 Nov 2021 01:33 PM (IST)
Hero Image
कई राज्यों के नक्सली नेताओं का आना-जाना होता था प्रशांत बोस का।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर/सरायकेला:  पुलिस की घेराबंदी में आए एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस समेत छह को रविवार को मेडिकल जांच के बाद सरायकेला कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इनमें प्रशांस बोस की पत्नी शीला मरांडी, वीरेंद्र हांसदा, राजू टुडू, कृष्णा बाहदा एवं गुरुचरण बोदरा शामिल है। पुलिस अब सबों को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है ताकि महत्वपूर्ण खुलासे हो सकें।

अबतक जो बातें छनकर सामने आयी है उसके अनुसार प्रशांत बोस के संपर्क में कोल्हान के कई सफेदपोश भी थे जो अपने काम नक्सली संगठन के माध्यम से करते थे। संगठन को रुपये और हथियार देकर मदद करते थे। इन सफेदपोशों में नक्सली इलाके में ठेकेदारी करने वाले बड़े-बड़े ठेकेदार और बिल्डर भी शामिल हैं। सभी प्रशांत बोस के माध्यम से सबकुछ मैनेज करते थे। नक्सली से मिलते-जुलते थे। वांटेड नक्सली की गिरफ्तारी के बाद से सफेदपोशों के होश उड़ गए हैं और सभी भूमिगत हो गए हैं। अपने-अपने माध्यम से नक्सली ने पुलिस को क्या कुछ कहा या बताया इसकी जानकारी ले रहे हैं। वहीं पुलिस गोपनीय तरीके से अपना कार्य कर रही है। प्रशांत बोस हुलिया बदलने में माहिर है। इस कारण वह कभी गिरफ्त में नहीं आ रहा था। कोल्हान के चाईबासा जिले में बलिवां और सारंडा में हुए पुलिस जवानों की हत्या मामले का मास्टर माइंड प्रशांत बोस ही था।

कई राज्यों के नक्सली नेताओं का आना-जाना होता था प्रशांत बोस का

 प्रशांत बोस झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में सीपीआइ माओवादियों की गुरिल्ला आर्मी को कमांड करता था। इन राज्यों के नक्सली नेताओं का आना-जाना और मिलना-जुलना प्रशांत बोस से था। 2004 से पहले प्रशांत बोस एमसीआइआइ का प्रमुख था। उसकी पत्नी शीला मरांडी माओवादी संगठन की शीर्ष सेंट्रल कमेटी की सदस्य है। साथ ही वह नारी संघ की प्रमुख है। प्रशांत बोस अपने प्रभाव वाले क्षेत्र के कैंडरों को एक राज्य से दूसरे राज्य प्रशिक्षण के लिए भेजता था। बड़ी-बड़ी वारदात को अंजाम दिलवाता था।

विलय में निभायी थी भूमिका

प्रशांत बोस ने 2004 में संगठन को खड़ा किया। पीपुल्स वार ग्रुप एमसीसीआइ यानि माओइस्ट कम्यूनिस्ट सेंटर आफ इंडिया का विलय किया था। इसके बाद सीपीआइ माओवादी स्थायित्व में आया। दोनों संगठन के विलय में प्रशांत बोस के प्रयास से ही हुआ जिससे संगठन की ताकत बढ़ती चली गई। 70 से अधिक मामलों में वह वांछित रहा है।