Railways के रनिंग स्टाफ की खास मांग जल्द हो सकती है पूरी, कार्यवाहक महामंत्री को मिला ये भरोस
Railways running staff.चक्रधरपुर मंडल के रनिंग कर्मचारियों को मिनिमम ग्रांटेड किलोमीटर का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। हालांकि देश के विभिन्न जोन में इस तरह की सुविधा रनिंग कर्मचारियों को मिलते हैं लेकिन चक्रधरपुर मंडल के कर्मचारियों को इसका लाभ अभी तक मिलना नहीं शुरू हुआ है।
जमशेदपुर, जासं। रेलवे के रनिंग स्टाफ को ट्रेनों के परिचालन में ग्रेड के अनुसार न्यूनतम 2.75 रुपये से अधिकतम 4.50 रुपये प्रतिकिलोमीटर का भत्ता मिलता है। लेकिन इसका फायदा सुपरफास्ट, मेल या एक्सप्रेस ट्रेन चलाने वाले इंजन ड्राइवर को ही मिलता है।
वे यदि एक दिन में 800 किलोमीटर का भी परिचालन करते हैं तो उन्हें ग्रेड के आधार पर 200 से 360 रुपये प्रति कार्यदिवस के लिए मिल जाते हैं। लेकिन मालगाड़ी या लोको ट्रेन चलाने वाले रनिंग कर्मचारी से लाभ से वंचित हो जाते हैं या उन्हें न्यूनतम लाभ ही मिल पाता है। एक मालगाड़ी या शंटिंग कार्य में लगे इंजन ड्राइवर भले ही 30 से 40 किलोमीटर तक ट्रेन चलाते हैं लेकिन उनकी ड्यूटी आठ से 10 घंटे इसी में खत्म हो जाते हैं। इसके बदले में उन्हें 100 से 150 रुपये ही मिल पाता है। ऐसे में रनिंग स्टाफ पिछले लगभग 10 वर्षों से उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से औसतन 120 किलोमीटर की दर से मिनिमम ग्रांटेड किलोमीटर का लाभ देने की मांग कर रहे हैं।
ये मिला भरोसा
दक्षिण- पूर्व रेलवे, इलेक्ट्रिकल विभाग के प्रधान मुख्य कार्यपालक अभियंता इश्फाक खान टाटानगर के दौरे पर आए। इस दौरान दक्षिण- पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस के कार्यवाहक महामंत्री शशिरंजन मिश्रा ने एक बार फिर रनिंग स्टाफ कर्मचारियों की लंबित मांगों को उनके सामने रखा। इस दौरान इश्फाक खान ने कार्यवाहक महामंत्री को आश्वासन दिया कि एक माह के भीतर चक्रधरपुर मंडल के रनिंग कर्मचारियों को मिनिमम ग्रांटेड किलोमीटर का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। हालांकि, देश के विभिन्न जोन में इस तरह की सुविधा रनिंग कर्मचारियों को मिलते हैं लेकिन चक्रधरपुर मंडल के कर्मचारियों को इसका लाभ अभी तक मिलना नहीं शुरू हुआ है। ऐसे में कार्यवाहक महामंत्री शशि रंजन मिश्रा की पहल पर एक बार फिर से रनिंग कर्मचारियों की उम्मीदें मिनिमम ग्रांटेड किलोमीटर के प्रति जगी है। चक्रधरपुर मंडल में लगभग 2800 रनिंग स्टाफ कार्यरत हैं।