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बर्मामाइंस में दो समुदाय में झड़प, घरों में तोडफ़ोड़ और पथराव

बर्मामाइंस में रविवार की सुबह दो गुटों में हिंसक झड़प में छह लोग घायल हो गए। इलाके में पुलिस को तैनात कर दिया गया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Updated: Sun, 06 Jan 2019 06:07 PM (IST)
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बर्मामाइंस में दो समुदाय में झड़प, घरों में तोडफ़ोड़ और पथराव
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। पतंग लूटने को लेकर शुक्रवार को बच्चों के बीच हुई लड़ाई के मामले में रविवार सुबह बर्मामाइंस कैरेज कॉलोनी चूना भट्टा के दो समुदाय के लोग आमने-सामने हो गए। एक-दूसरे के घरों में घुसकर मारपीट और तोडफ़ोड़ की गई। घरों के अलावा एक धार्मिक स्थल पर भी पथराव किए गए। मारपीट और पथराव में दोनों समुदाय के एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। एक समुदाय के घायलों को एमजीएम अस्पताल तो दूसरे समुदाय के लोगों को परसुडीह खासमहल सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया है।

घटना के बाद श्रीराम सेवाश्रम के लोग बर्मामाइंस थाना पहुंचे। सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग को लेकर थाना के सामने सड़क जाम कर दिया। कहा गया कि महिलाओं के साथ घरों में घुसकर छेड़खानी की गई। घर से निकाल खदेड़-खदेड़ की पिटाई की गई। हमलावरों की गिरफ्तारी की जाय। पुलिस द्वारा लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया गया। दोपहर तक थाना में रहने के बाद वापस बस्ती लौट गए।

 इधर, बवाल के बाद सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह के नेतृत्व में क्यूआरटी फोर्स ने बस्ती में फ्लैग मार्च किया। कुछ समय बाद बस्ती का माहौल शांत हो गया। किसी भी स्थिति से निपटने को बर्मामाइंस थाना में क्यूआरटी फोर्स को रिजर्व रखा गया है। बस्ती में बीते छह माह में चार बार विवाद हो चुका है। सभी के घर एक-दूसरे से सटे हुए है।

छेड़खानी और दुष्कर्म के प्रयास का आरोप

बर्मामाइंस थाना में श्रीराम सेवाश्रम की रहने वाली एक महिला ने लिखित शिकायत देते हुए पुलिस को बताया कि बीते कई दिनों से मुस्लिम बस्ती के रहने वाले मो. सामद, मो. शाहरुख, मो. साजू, मो. अरमान, मो. लाली, मो. साहिल, मो. फिरोज, मो. सागीर और अन्य के द्वारा घर के सामने अड्डाबाजी की जा रही थी। अभद्र भाषा का प्रयोग और छेड़खानी करते थे। जब इसका विरोध किया गया तब रविवार सुबह आठ बजे के करीब मो. सामद और उनके साथी  घर पर आ गए। हाथ पकड़ लिया। घर के दरवाजे को बंद कर मो. सागीर ने पिस्तौल सटा दी। दुष्कर्म का प्रयास किया। महिला ने बताया कि शोर मचाने पर बस्ती के लोगों के आने के डर से उन लोगों ने घरों के सामानों को तोडऩा शुरू कर दिया। बचाव में आने बस्ती के लोगों को पिस्तौल का भय दिखा मारने लगे। जातिसूचक गाली देते हुए कहा कि कोई कुछ बिगाड़ नही सकता। धार्मिक स्थल पर पथराव करने लगे। धमकी दी गई कि पुलिस को सूचना देने पर इसके गंभीर परिणाम होंगे।

इनके घरों पर हुए पथराव 

मारपीट और पथराव में पुष्पा, फूलमनी, पूजा भगत, संजीव टुडू, सामू मार्डी, केशव गोप, नताशा, पुष्पा महतो घायल हो गए। वृहस्पति, खेतरी, सामू मार्डी, संजू समेत कई के घरों में तोडफ़ोड़ की गई। नताशा का आरोप हैं कि तोडफ़ोड़ करने वाले उसके घर से 30 हजार और आभूषण लूटपाट कर ले गए।

पतंग लूटने को लेकर हुआ विवाद

रविवार को हुए झड़प मामले में एक पक्ष की ओर से जो लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उससे पहले सोमवार को बस्ती में बच्चों के बीच पतंग लूटने को विवाद हुआ था। मारपीट हुई थी जिसको लेकर बड़े भी आमने-सामने हुए थे। मामला थाना तक पहुंचा था। बच्चों का मामला बता समझा-बुझा बर्मामाइंस थाना प्रभारी रामयश प्रसाद ने शांत करा दिया था। शुक्रवार को अभिजीत ने पतंग लूटी थी। पाचू ने उसकी पतंग फाड़ दी थी। अभिजीत के समर्थन में बड़े लोग आए तो दूसरे बच्चे के पक्ष में समर्थक भी आ गए थे। बातचीत के बाद मामला आया-गया हो गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता पर ध्यान नही दिया। रविवार सुबह श्रीराम सेवाश्रम की महिला बुचिया, उसके पुत्र, पुत्री और अन्य के साथ मुस्लिम बस्ती के कुछ युवक मारपीट और गाली-गलौज करने लगे। बुचिया बीच-बचाव करने गई तो उससे सभी उलझ गए। शोर-गुल पर बस्ती के लोग एकजुट हो गए जिससे मामला बढ़ गया इसके बाद दोनों बस्ती के लोग आमने-सामने हो गए। सबीना खातून और रेशमा के घरों पर पथराव किया गया। शबीना खातून की छत की एस्बेटस क्षतिग्रस्त हो गई। मारपीट और पथराव में विनौता, लादेन, अलाउद्दीन और दो युवक घायल हो गए। सभी को गंभीर चोट आई है। दूसरे पक्ष के अनुसार सेवाश्रम बस्ती के लोगों ने मारपीट की शुरुआत की। बच्चों की लड़ाई को तूल दिया गया। एक महिला ने कहा कि बस्ती में नेतागिरी अधिक होती है।

बर्मामाइंस में लगातार हो रहे विवाद

27 सितंबर 18 को बर्मामाइंस के कैरेज कॉलोनी स्थित जयप्रकाश कुष्ठ आश्रम और मुस्लिम बस्ती के दो पक्ष के बीच अड्डाबाजी को लेकर मारपीट और पथराव की घटना हुई थी। पुलिस की मुस्तैदी के कारण समय रहते हालात पर काबू पा लिया गया था।

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