जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। करीम सिटी कालेज के प्रांगण में विश्व मानवाधिकार दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कोल्हान विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डा. रवींद्र भारती का विरोध किया गया तथा उन्हें कुछ समय के लिए बोलने से रोका गया।
दरअसल रजिस्ट्रार जैसे ही मंच पर बोलने के लिए चढ़े तो छात्रों ने नारा लगाना प्रारंभ कर दिया और उन्हें बोलने से रोका गया। इस विरोध की अगुवाई करने वाले छात्र दाशिष झा ने बीच सभा में नारेबाजी करते हुए एक पेपर उछाला।
परीक्षा में हो रही देरी
उनका कहना था कि परीक्षा में हो रही देरी से सभी छात्रों का भविष्य अंधकार में है। विश्वविद्यालय का सत्र भी लेट हो गया है। अब तक 15 माह में यूजी की केवल एक सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित हुई। सत्र विलंब होने के मामले को लेकर वे लोग कोल्हान विश्वविद्यालय भी गये, लेकिन उनकी कोई बात वहां नहीं सुनी गई।
सत्र विलंब होने के कारण उच्च शिक्षा के लिए किसी दूसरे कालेज में नामांकन करने में असमर्थ है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में यह प्रावधान है कि एक सेमेस्टर के छात्र दूसरे सेमेस्टर में अन्य विश्वविद्यालय में पढ़ सकते हैं, लेकिन सत्र विलंब होने के कारण कोल्हान विश्वविद्यालय में यह कार्य नहीं हो पा रहा है।
बाद में प्राचार्य डा. मो. रेयाज के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। रजिस्ट्रार डा. रवींद्र भारती ने कहा कि वे जल्द से जल्द परीक्षाएं आयोजित करवाएंगे।
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