Tata Group की 1MG का 10 हजार में लीजिए फ्रेंचाइजी और हर महीने करें मोटी कमाई
Tata 1MG franchise कोरोना काल में ई फार्मेसी का बिजनेस तेजी से फैल रहा है। टाटा समूह की 1MG बहुत तेजी से पने बिजनेस का विस्तार कर रहा है। ऐसे में इसकी फ्रेंचाइजी लेकर बिजनेस शुरू करना एक शानदार आइडिया साबित हो रहा है।
जमशेदपुर। कोरोना काल में स्वास्थ्य को लेकर लोग काफी गंभीर हैं। ऐसे में हेल्थ सेक्टर उछाल पर है। वैसे भी हेल्थकेयर और फार्मेसी एेसा सेक्टर है, जिसका बाजार कभी मंदा नहीं पड़ता। अगर आप मेडिकल में व्यवसाय ग्रामीण और सुदूर इलाकों में भी खोलते हैं तो आपका बिजनेस हर हाल में चलेगा और इससे अच्छी कमाई भी होगी। आपने ऑनलाइन फार्मेसी 1MG का नाम तो सुना ही होगा। हाल ही में टाटा समूह ने इसे खरीदा है। 1MG की मदद से फूड की तरह घर बैठे दवाई भी ऑर्डर कर सकते हैं। ई-फार्मेसी 1MG में फिलहाल टाटा डिजिटल के पास बड़ी हिस्सेदारी है।
सेहत का साथी के नाम से शुरू किया प्रोग्राम
टाटा डिजिटल द्वारा अधिग्रहित करने के बाद 1MG बहुत तेजी से देश के कोने-कोने में अपने बिजनेस का विस्तार कर रहा है। ऐसे में अगर आप इसकी फ्रेंचाइजी लेकर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो यह फायदेमंद साबित होगा। टाटा ग्रुप ने एक प्रोग्राम लॉन्च किया गया है जिसका नाम है ‘Sehat ke Sathi’. यह तरीके से लीड जेनरेशन प्रोग्राम है, जिसके तहत आपको एक एरिया दे दिया जाएगा जहां आपको 1MG के लिए नए कस्टमर खोजने होंगे। आप जितना कस्टमर खोजेेंगे, उतना ही आपको कमीशन मिलेगा।
केवल 10 हजार रुपए लगाकर बनें 1MG का पार्टनर
डिजिटल मार्केटिंग के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए 1MG देश के कोने-कोने में अपना बिजनेस का विस्तार कर रहा है। इसका फ्रेंचाइजी लेकर आप बिजनेस करना चाहते हैं तो यह फायदे का सौदा साबित होगा।
मेडिकल शॉप खोलने से ज्यादा आसान
अगर आप मेडिकल शॉप खोलना चाहते हैं तो इसके लिए फार्मेसी की डिग्री होना जरूरी है और इसमें इंवेस्टमेंट भी ज्यादा है। विभाग से ड्रग लाइसेंस हासिल करना टेढ़ी खीर से कम नहीं होता। सेहत के साथी प्रोग्राम से मेडिकल शॉप ओनर के साथ साथ कोई भी जुड़ सकता है।
सिर्फ 10 हजार रुपए करना होगा निवेश
अगर आप भी 1MG का सेहत का साथी बनना चाहते हैं तो इसके लिए 10 हजार का इन्वेस्टमेंट है। इसके बदले आपको एक ब्लड प्रेशर चेक करने की मशीन, शुगर चेक करने की मशीन और 500 विजिटिंग कार्ड दिए जाएंगे। आमतौर पर 10 फीसद तक कमीशन मिलता है। यह ज्यादा या कम भी हो सकता है। अभी तक इस प्रोग्राम से 100 से अधिक लोग जुड़ चुके हैं।
ई-फार्मेसी कारोबार का भविष्य उज्जवल
अगर ई फार्मेसी कारोबार की बात करें तो इसका भविष्य उज्जवल है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत का ई-फार्मेसी बिजनेस 2023 तक 2.7 अरब डॉलर यानी करीब 17 हजार करोड़ रुपए का हो जाएगा। फिलहाल यह 360 मिलियन डॉलर यानी 2500 करोड़ का है।
2015 में 1MG की हुई थी स्थापना
साल 2015 में प्रशांत टंडण और गौरव अग्रवाल ने मिलकर 1MG की स्थापना की थी। 1MG वेबसाइट पर ऑनलाइन डॉक्टर, ऑनलाइन दवाई, लैब टेस्ट और लैब ब्लड टेस्ट जैसी तमाम मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां अंग्रेजी के साथ-साथ आयुर्वेद दवाइयां भी उपलब्ध हैं। 1MG का देश के 1800 से ज्यादा छोटे और बड़े शहरों में हेल्थ प्रोडक्ट की डिलिवरी करता है। इस प्लेटफॉर्म की मदद से अब तक 27 मिलियन यानी 2.7 करोड़ ऑर्डर डिलिवर किए जा चुके हैं।