Tata Motors : टाटा मोटर्स की बड़ी उड़ान, खुद ब खुद ऐसे चार्ज होगी ईवी कार
Tata Motors ईवी कार में सबसे बड़ी परेशानी लंबी दूरी के यात्रियों को होती है। भारत में फिलहाल चार्जिंग स्टेशन की कमी है। ऐसे में अगर आपका ईवी कार बिना चार्जिंग स्टेशन गए चार्ज हो जाए तो क्या कहने...
जमशेदपुर : अगर आप इस धनतेरस इलेक्ट्रिक कार खरीदने की तैयारी कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए हैं। टाटा मोटर्स बाजार में ऐसी कार उतारने जा रही है, जिसमें चार्जिंग स्टेशन जाने का झंझट ही खत्म हो जाएगा। आपकी ईवी कार या ट्रक खुद ब खुद चार्ज हो जाएगी। एलन मस्क की टेस्ला कंपनी सिर्फ इस बारे में सोच रही है, लेकिन भारतीय कंपनी ने इसे धरातल पर उतार दिया।
कार व ट्रक में लगाएं रूफटाप सोलर पैनल
टाटा मोटर्स, जो देश की सबसे बड़ी यात्री ईवी निर्माता है। टाटा मोटर्स इसके लिए समूह की अन्य कंपनी टाटा पावर से उन ग्राहकों को चार्जिंग समाधान प्रदान करने के लिए बात कर रही है जो ग्रिड पावर पर अपनी निर्भरता कम करना चाहते हैं और इसके बजाय अपने वाहनों को चार्ज करने के लिए स्वयं की सौर ऊर्जा उत्पन्न करना चाहते हैं। अगर आप अपनी कार या ट्रक के रूफटाप पर सौर ऊर्जा पैनल लगाना चाहते हैं तो इसका खर्च तीन से चार लाख रुपए तक आएगा।
अन्य कंपनियां भी कर रही प्रयास
इसी तरह, स्वीडिश लग्जरी कार ब्रांड वॉल्वो ने एक सौर ऊर्जा एजेंसी के साथ करार किया है जो अपने ईवी खरीदने वाले ग्राहकों के लिए तकनीकी और वाणिज्यिक व्यवहार्यता का काम करेगी। दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी Tesla को EV सोलर चार्जिंग मास मार्केट बनाने का श्रेय दिया जाता है। यूएस की यह कंपनी पिछले कुछ वर्षों से सोलर रूफिंग बिजनेस में है और इसके कई ग्राहक अपनी टेस्ला कारों को चार्ज करने के लिए बिजली का उपयोग करते हैं।
टाटा मोटर्स कर रही टाटा पावर से बातचीत
टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (टीपीईएमएल) के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने हाल ही में कहा, कोई व्यक्ति जो लंबी अवधि के लिए कई ईवी के बारे में सोच रहा है, उसके पास सोलर रूफटॉप चार्जिंग समाधान होगा। हम टाटा पावर के साथ इस पर चर्चा कर रहे हैं और हम इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। टाटा मोटर्स की नई ईवी कंपनी टीपीईएमएल की तीन पेशकशों के साथ भारत में यात्री ईवी श्रेणी में 85% से अधिक की बाजार हिस्सेदारी है। वर्तमान में, टाटा पावर, जो देश की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा कंपनियों में से एक है। कंपनी देश भर में विभिन्न श्रेणी के ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर रही है।
कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट के लिए फायदेमंद
कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट के लिए रूफटॉप चार्जिंग अधिक व्यावहारिक हो सकती है, खासकर बस और मिनी ट्रक सेगमेंट में। क्योंकि पर्सनल व्हीकल सेगमेंट की तुलना में पेबैक की अवधि बहुत कम होगी। कुछ महीने पहले टाटा मोटर्स ने ऐस मिनी का इलेक्ट्रिक वर्जन प्रदर्शित किया था। कंपनी की योजना इलेक्ट्रिक पावरट्रेन द्वारा संचालित एक ही सेगमेंट में कई उत्पाद लाने की है। चूंकि इलेक्ट्रिक ऐस की मांग का एक बड़ा हिस्सा ई-कॉमर्स खिलाड़ियों की ओर से है, इसलिए टाटा मोटर्स रूफटॉप सोलर चार्जिंग को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक है, जिसे उनके गोदामों में स्थापित किया जा सकता है।
इन गोदामों में छत की विशाल जगह वाले बहुत से गोदामों को बिजली पैदा करने के लिए सौर छतों में परिवर्तित किया जा सकता है। ज्यादातर ई-कॉमर्स कंपनियां सोलर चार्जिंग की तरफ रुख करेंगी। हम टाटा पावर के साथ काम करेंगे। हालांकि इलेक्ट्रिक कारों की मांग में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, उन्हें चार्ज करने का मुख्य स्रोत ग्रिड के माध्यम से होता है। भारत की 60% से अधिक बिजली की जरूरत थर्मल पावर के माध्यम से पूरी की जाती है, जिसे बिजली उत्पादन का सबसे प्रदूषणकारी स्रोत माना जाता है।