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Suicide : नोवामुंडी में टेंट कर्मी ने की आत्‍महत्‍या, पश्चिम बंगाल का रहनेवाला था आलोक मंडल

Suicide. नोवामुंडी में एक टेंट कर्मी ने आत्‍महत्‍या कर ली। संग्रामसाई स्थित क्वार्टर में फंदे से लटकती उसकी लाश मिली। वह पश्चिमी बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले का निवासी था।

By Rakesh RanjanEdited By: Updated: Sat, 09 May 2020 01:44 PM (IST)
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Suicide : नोवामुंडी में टेंट कर्मी ने की आत्‍महत्‍या, पश्चिम बंगाल का रहनेवाला था आलोक मंडल

नोवामुंडी (पश्चिमी सिंहभूम), जेएनएन। कोल्‍हान प्रमंडल के पश्चिमी सिंहभूम के नोवामुंडी में एक टेंट कर्मी ने आत्‍महत्‍या कर ली। मृतक आलोक मंडल नोवामुंडी के टेंट एंड डेकोरेटर अब्दुल अमीन के यहां काम करता था। संग्रामसाई स्थित क्वार्टर में फंदे से लटकती उसकी लाश मिली।आलोक पश्चिमी बंगाल के दक्षिण 24 परगना के उत्तर श्यामपुर गांव का रहनेवाला था। नोवामुंडी पुलिस ने गमछे के सहारे लटकी उसकी लाश को क्वार्टर से जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा भेज दिया है। 

पुलिस ने बताया कि पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के मंदिर बाजार निवासी हरि सदन नस्कर नामक व्यक्ति 15 लोगों को लेकर अमीन टेंट हाउस संचालक अब्दुल अमीन के अधीन टेंट निर्माण के लिए नोवामुंडी लाया है। टाटा स्टील के लिंक रोड में होनेवाली बासंती पूजा को लेकर टेंट निर्माण का काम इन लोगों को करना था। इस समूह में आलोक मंडल भी शामिल था। 22 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद टेंट निर्माण कार्य स्थगित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि काम के अभाव में वह अपने घर पैसे नहीं भेज पा रहा था और वापस बंगाल लौटना चाह रहा था मगर सीमाएं सील होने के कारण वह अपने घर नहीं जा पा रहा था। इसी को लेकर हमेशा मानसिक तनाव में रहता था। कोई रास्ता नहीं सूझने के कारण उसने खुद की जान ले ली।

ये कहते थाना प्रभारी

नोवामुंडी के थाना प्रभारी लक्ष्‍मण प्रसाद ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर जब हम लोग संग्रामसाई पहुंचे तो आलोक के कमरे की खिड़की व दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया तो देखा कि गमछा व कमरबंद के सहारे आलोक का शरीर पंखे से लटका हुआ था। उसे नीचे उतारकर देखा तो उसकी सांस थम चुकी थी। प्रथम दृष्टया यह मामला खुदकशी का लग रहा है। पुलिस अपने स्तर से हर पहलू पर अनुसंधान कर रही है। 

ये कहते टेंट संचालक

टेंट संचालक अब्‍दुल अमीन ने कहा कि लॉकडाउन होने के कारण टेंट निर्माण को लेकर किसी तरह का कोई काम नहीं हो रहा है। इस कारण बंगाल से बुलाए सभी 15 कर्मचारियों को घर बैठाकर भोजन खिलाना पड़ता है। आलोक मंडल को बासंती पूजा में टेंट बनाने के लिए 18 मार्च को नोवामुंडी बुलाया गया था। इन्हें रहने के लिए क्वार्टर भी उपलब्ध कराया गया है। घर नहीं जा पाने के कारण वह तनाव में था।

मुंशी ने ये कहा

टेंट हाउस के मुंशी हरिसदन नस्‍कर ने बताया कि आलोक रात में 8 बजे नाश्ता कर अपने कमरे में चला गया। रात में उसे अपनी पत्नी व बच्चों से मोबाइल पर बात करते हुए सुना था। लगभग साढ़े नौ बजे खाना खाने के लिए बुलाया गया तो दरवाजे और खिड़की अंदर से बंद थे। संदेह होने पर टेंट संचालक को मोबाइल पर सूचना देकर बुलाया गया। पुलिस के पहुंचने पर जब दरवाजा खोला तो उसका शव पंखे से लटका था।