Jharkhand News: आखिर क्यों रखी गई थी टाटा स्टील की नींव, कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट ने बताई वजह
Jharkhand News देश के 77वें स्वाधीनता दिवस के अवसर पर जमशेदपुर में टाटा स्टील के प्लांट पर कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट (कॉरपोरेट सर्विसेज) चाणक्य चौधरी ने कहा कि आज देश स्टील के क्षेत्र में पूरी तरह से आत्मनिर्भर है जिसका श्रेय आरडी टाटा और सर दोराबजी टाटा जैसे संस्थापकों को जाता है। इनकी वजह से भारत इस्पात के क्षेत्र में अपने बलबूते खड़ा है।
By Arijita SenEdited By: Arijita SenUpdated: Tue, 15 Aug 2023 01:21 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। Jharkhand News in Hindi: हमारा देश भारत इस्पात के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सके इसके लिए टाटा स्टील ने ही सबसे पहले देश में इसकी आधारशिला रखते हुए औद्योगिक क्रांति की नींव रखी थी। आरडी टाटा और सर दोराबजी टाटा जैसे संस्थापकों ने देश में पहले स्टील कंपनी, टाटा स्टील की नींव रखी, जिसकी मदद से आज देश स्टील के क्षेत्र में पूरी तरह से आत्मनिर्भर है। यह कहना है टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (कॉरपोरेट सर्विसेज) चाणक्य चौधरी का।
हमारा देश तेजी से बदल रहा है: चाणक्य चौधरी
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट वर्क्स गेट पर ध्वजारोहण के बाद उन्होंने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हमारा देश तेजी से बदल रहा है फिर चाहे वह इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में हो इनोवेशन के क्षेत्र में हो या फिर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में।कोविड-19 के बाद देश में निवेश का एक ऐसा माहौल तैयार हुआ है, जो नए भारत की परिकल्पना को साकार करता दिख रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तेजी से देश मे इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो रहा है, टाटा स्टील भी झारखंड और उड़ीसा में अपने प्लांट का विस्तारीकरण कर रही है।
टाटा स्टील 20 मिलियन टन स्टील का करती है उत्पादन
डाइवर्सिटी, टेक्नोलॉजी, रिसर्च एंड डेवलपमेंट और इनोवेशन के माध्यम से हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में टाटा स्टील देश में 20 मिलियन टन स्टील का उत्पादन करती है। अगले 7 से 10 सालों में हम अपनी क्षमता को दोगुना करने जा रहे हैं।सस्टेनेबल इंडिया की ओर पहल करते हुए टाटा स्टील शून्य कार्बन उत्सर्जन की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही हम ट्रेनिंग प्रोग्राम और क्वालिटी सस्टेनेबिलिटी की ओर भी आगे बढ़ रहे है।
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