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Jamshedpur News : आंख निकालने की घटना से घाटशिला में हड़कंप, जमशेदपुर के केसीसी अस्पताल में हुई थी सर्जरी

घाटशिला के किताडीह निवासी बुजुर्ग गंगाधर सिंह को जमशेदपुर के केसीसी अस्पताल द्वारा आंख के आपरेशन द्वारा कांच का आंख लगाए जाने का मामला उजागर होने के बाद प्रशासनिक खेमे में हड़कंप मच गया है। इस मामले में रविवार को ग्रामीणों की बैठक आहूत है।

By Jagran NewsEdited By: Uttamnath PathakUpdated: Wed, 12 Oct 2022 08:48 PM (IST)
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किताडीह निवासी बुजुर्ग गंगाधर सिंह, जिन्हें आपरेशन के दौरान लगाया गया कांच का आंख।

संस, घाटशिला : पूर्वी सिंहभूम जिला के घाटशिला में एक बुजुर्ग के आंख निकालने की घटना से हड़कंप मचा हुआ है। शनिवार को यह घटना आग की तरह फैल गई और दूर-दराज से लोग मरीज को देखने पहुंचे। वहीं, इस मामले को ग्रामीणों ने गंभीरता से लिया है। रविवार को गांव वालों ने एक बैठक बुलाई है जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। वहीं, घाटशिला के किताडीह निवासी बुजुर्ग गंगाधर सिंह के परिजनों ने शनिवार को घाटशिला के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुलदीप टोप्पो से भी मिले। उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जानकारी तत्काल वरीय पुलिस अधीक्षक को दी। इसके बाद पीड़ित परिवार को थाने में लिखित शिकायत करने को कहा गया। इस दौरान पीड़ित परिवार के साथ माझी पारगना महाल के देश विचार सचिव बहादूर सोरेन व भाजपा के जिला महामंत्री संजय तिवारी भी उपस्थित थे। उनके द्वारा दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग किया गया है।

18 नवंबर 2021 को जमशेदपुर के केसीसी अस्पताल में हुई थी सर्जरी

18 नवंबर 2021 को गंगाधर सिंह को नेत्र आपरेशन के नाम पर जमशेदपुर के साकची केसीसी अस्पताल में लाया गया था। उनके साथ गांव के ही देवा मुर्मू, छिता हांसदा, भानु सिंह, मांझोल सिंह और टेटे गिरी सहित दो अन्य व्यक्ति को भी आपरेशन के लिए ले लाया गया था। गांव में एक महिला अपने आप को संस्था का सदस्य बताकर आपरेशन के नाम पर इन्हें लाई थी। दूसरे दिन आपरेशन के बाद सभी को घर छोड़ दिया गया। इसके कुछ दिन बाद गंगाधर सिंह के आंख में खुजली व जलन होने लगी। जिसके बाद गंगाधर को दोबारा जमशेदपूर, रांची व कोलकाता ले जाया गया था लेकिन उसके बावजूद भी समस्या ठीक नहीं हुई।

बीते शुक्रवार को मामला का खुलासा

बीते शुक्रवार को गंगाधर की परेशानी काफी अधिक बढ़ गई। आंख में जलन व खुजली बढ़ने लगी तो गंगाधर ने अपने हाथ से आंख को मसलने लगे। इस दौरान उनके आपरेशन वाले आंख से सफेद कांच की गोली बाहर निकल आई, जिसे देख वह डर व सहम गए। इसके बाद आनन-फानन में वह घाटशिला अनुमंडल अस्पताल पहुंचे, जहां पर चिकित्सकों ने भी देखकर चौंक गए और मरीज को एमजीएम रेफर कर दिया। हालांकि, मरीज अभी तक एमजीएम नहीं पहुंचा है। रविवार को ग्रामीणों ने एक बैठक बुलाई है। वहीं, जिस महिला के द्वारा आपरेशन कराया गया है उसे ढूंढा जा रहा है।

ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग

माझी माहाल के देश विचार सचिव बहादूर सोरेन ने कहा कि यह एक जघन्य अपराध है। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जिला स्तर पर टीम गठित कर मामले की जांच कर अस्पताल के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। भाजपा जिला महामंत्री संजय तिवारी ने कहा कि गांव के भोले भाले लोगों के साथ ऐसी घटना हो रहीं है, जिसपर प्रशासन संज्ञान लेकर तुरंत कार्रवाई करें। मामले पर उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। ग्रामीणों ने कहा कि बुजुर्ग का आपरेशन किस योजना के तहत हुई उसकी जांच भी होनी चाहिए।

मुझे बदनाम करने की साजिश

केसीसी आई हास्पिटल में आपरेशन कराने की बात सामने आने पर संचालक जितेंद्र शर्मा ने कहा कि इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। मरीज के द्वारा उचित रखरखाव नहीं करने के कारण आंख में इंफेक्शन हुआ था जिसका बेहतर इलाज अस्पताल के द्वारा कोलकाता में कराया गया था। अब एक साल बाद मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है। मरीज का मोतियाबिंद का आपरेशन एक साल पूर्व हुई थी।

मेरे जीवन में पहली बार इस तरह का मामला

महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज अस्पताल के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डा. एम. जमाल ने कहा कि अभी तक मेरे पास मरीज नहीं पहुंचा है लेकिन जिस तरह की बातें सामने आ रही है वह काफी चौंकाने वाली है। मैं अभी तक की जिंदगी में पहली बार ऐसा सुन रहा हूं। हालांकि, जांच के बाद भी कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है। मोतियाबिंद आपरेशन के दौरान लेंस लगाई जाती है लेकिन पूरा आंख बाहर आ जाए यह संभव नहीं है। वह भी कांच का आंख। यह जांच का मामला है।

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