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indian Railways: टाटानगर से झारसुगुड़ा के बीच 130 किलोमीटर की रफ्तार भरेगी पैसेंजर ट्रेन, जानिए

Tata to Jharsuguda. हावड़ा से टाटानगर के बीच पहले से ही 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यात्री ट्रेनें चल रही है। अगले 15 से 30 दिनों के अंदर टाटा से झारसुगुड़ा के बीच भी इतनी ही रफ्तार से ट्रेंने चलेंगी।

By Rakesh RanjanEdited By: Updated: Sun, 07 Mar 2021 06:31 PM (IST)
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टाटा बादामपहाड़ सेक्शन में आंगलाझोरी आउटर तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है।

जमशेदपुर, जासं। Attention! हावड़ा से टाटानगर के बीच पहले से ही 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यात्री ट्रेनें चल रही है। अगले 15 से 30 दिनों के अंदर टाटा से झारसुगुड़ा के बीच भी इतनी ही रफ्तार से ट्रेंने चलेंगी। शनिवार सुबह अपनी स्पेशल ट्रेन से चक्रधरपुर मंडल के डीआरएम वीके साहू ने 130 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन लेकर सीकेपी से टाटानगर पहुंचे।

इस दौरान टाटानगर स्टेशन पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि टाटा से झारसुगुड़ा के बीच अप व डाउन लाइन की 530 किलोमीटर ट्रैक पर 130 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन चलाने के लिए हमें चीफ ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) से अनुमति मिल चुकी है। तीन मार्च को मैंने चक्रधरपुर से झारसुगुड़ा का स्पीड ट्रायल किया जो पूरी तरह से सफल रहा। शनिवार को चक्रधरपुर से टाटा के बीच जो ट्रायल हुआ है उसमें करवेचर में कुछ जगहों पर मेंटेनेंस की जरूरत है, इसके लिए काम प्रगति पर है। 130 किमी की तय रफ्तार के लिए ट्रैक व कोच पूरी तरह से फिट हैं। डीआरएम ने कहा कि मैं जहां भी जा रहा हूं, 130 किलोमीटर की रफ्तार से ही जा रहा हूं ताकि विशेष ट्रेन में लगे इलेक्ट्रिक रिकार्डिंग से ट्रैक की स्थिति का पता चल सके। उन्होंने बताया कि पहले गम्हरिया से टाटा 130 किलोमीटर की रफ्तार से हमारी ट्रेन गुजरी जबकि छह माह पहले 45 किलोमीटर प्रति घंटे से ट्रेनें गुजरती थी।

थर्ड लाइन का काम प्रगति पर, आठ माह में हो जाएगा पूरा

डीआरएम ने बताया कि चक्रधरपुर से बंडामुंडा के बीच थर्ड रेल लाइन का काम पूरा हो चुका है। जबकि झारसुगुड़ा से बामड़ा के बीच कार्य प्रगति पर है, उम्मीद है कि छह से आठ माह में काम पूरा हो जाएगा। वहीं, खड़गपुर, टाटा और आदित्यपुर के बीच थर्ड लाइन का काम भी सात से नौ माह में पूरा हो जाएगा। इसके लिए सभी एजेंसियों को आवश्यक स्वीकृति दी जा चुकी है। सभी एजेसियां समय पर काम पूरा करें नहीं तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। रेलवे को नुकसान हुआ तो उन पर पेनाल्टी भी लगाई जाएगी। फिर वे चाहे तो भविष्य में निकलने वाली टेंडर प्रक्रिया से बाहर भी हो सकते हैं।

सेकेंड इंट्री गेट में डेढ़ माह का विलंब

डीआरएम ने माना कि सेकेंड इंट्री गेट का काम विलंब से चल रहा है। उन्होंने बताया कि हमने ब्लॉक लेकर पुराने रेलवे ओवर ब्रिज को हटाया और यहां नए फुटओवर ब्रिज प्रस्तावित है। हमारी कोशिश थी कि 31 मार्च तक काम पूरा कर लेंगे लेकिन इसमें एक से डेढ़ माह का समय और लग सकता है।

स्टेशन के रास्तों को कराया जाएगा जाम मुक्त

डीआरएम ने कहा कि एयरपोर्ट के आसपास की सड़कें काफी चौड़ी होती है जो देखने में भी अच्छी लगती है। इस तरह की पहल टाटानगर स्टेशन में की जाएगी, क्योंकि कई बार देखा गया है कि ट्रैफिक जाम के कारण कई यात्रियों की ट्रेनें छूट जाती है। इसलिए जो लोग स्टेशन के किनारे बसे हैं उन्हें मुआवजा देकर यहां से हटाया जाएगा और सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा।

मार्च अंत तक आंगलाझोरी तक चलेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन

डीआरएम ने बताया कि टाटा बादामपहाड़ सेक्शन में आंगलाझोरी आउटर तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। मार्च अंत के हम इलेक्ट्रिक ट्रेन शुरू करने का प्रयास करेंगे।मार्च अंत तक गुडस शेड भी शुरूडीआरएम ने बताया कि मार्च अंत तक सभी गुड्स शेड काम करना शुरू हो जाएगा। सभी व्यवसासियों को कांकोर साइडिंग में भी लोडिग-अनलोडिंग की सुविधा दी जा रही है। इसी माह टाटा स्टील का पहला रैक रवाना होगा। गुड्स शेड के एप्रोच रोड को बेहतर बनाया गया है। गाेदाम और उसकी छत व ट्रैक की स्थिति को दुरुस्त किया गया है। हल्दीपोखर गुड्स साइड का शुभारंभ भी मार्च माह के अंत तक हो जाएगा।

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