बन रहे सामुदायिक भवन का ग्रामीणों ने विरोध
मुसाबनी प्रखंड के मुसाबनी नंबर वन में बाबू लाइन के पीछे सार्वजनिक कुआं के समीप माहली समाज का सामुदायिक भवन निर्माण कार्य शुरू किए जाने को लेकर शनिवार को माहलीपाड़ा के लोगों के द्वारा विधायक रामदास सोरेन का शिलापट कुंआ के समीप लगाने का कार्य किया जा रहा था।
संसू, मुसाबनी : मुसाबनी प्रखंड के मुसाबनी नंबर वन में बाबू लाइन के पीछे सार्वजनिक कुआं के समीप माहली समाज का सामुदायिक भवन निर्माण कार्य शुरू किए जाने को लेकर शनिवार को माहलीपाड़ा के लोगों के द्वारा विधायक रामदास सोरेन का शिलापट कुंआ के समीप लगाने का कार्य किया जा रहा था। जिसका सैकड़ों की संख्या में स्थानीय महिला पुरुषों ने जमकर विरोध किया। स्थानीय लोगों का कहना था कि जिस जगह क्लब भवन का शिलान्यास कर भवन बनाने की तैयारी की जा रही है। यहां वर्षो से एचसीएल के जमाने से जन्माष्टमी का कार्यक्रम हर वर्ष आयोजित होता रहा है। बीते कुछ वर्षो से कोरोना के कारण कार्यक्रम यहां बंद था। छठ पर्व के मौके पर लोग यहीं से छठ घाट पर सामूहिक रूप से रवाना होते हैं। रिहायशी इलाके में छोटे बच्चों के खेलने के लिए यही एकमात्र मैदान है। यहां सभी समुदाय के लोग वर्षो से रह रहे हैं। सार्वजनिक कुआं पर कई तरह के सामाजिक एवं धार्मिक अनुष्ठान संपन्न होते हैं। ऐसी स्थिति में कुआं के समीप सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाना सही नहीं है। महालीपाड़ा के लोगों द्वारा इसी जगह पर भवन बनाने को लेकर विधायक रामदास सोरेन का शिलापट लगाया जा रहा था। जिस पर दोनों ओर से तनातनी बढ़ गई। मामले की नजाकत को देखते लोगों ने अंचल प्रशासन एवं मुसाबनी थाना को सूचित किया। हंगामे के बीच मारपीट की नौबत उत्पन्न हो गई थी ।मौके पर मुसाबनी प्रखंड विकास पदाधिकारी सीमा कुमारी एवं थाना प्रभारी राजा दिलावर पुलिस बल के साथ कार्यस्थल पर पहुंचकर मोर्चा संभाला। दोनों पक्ष की बातें सुनी गई। दोनों पक्ष अपने-अपने तर्क पर अड़े रहे। अंत में बीडीओ सीमा कुमारी ने दोनों पक्ष को समझाते हुए कहा कि किसी भी समस्या का समाधान बातचीत से होता है। आपस में बातचीत करके यदि निर्माण कार्य शुरू किया जाए तो हमेशा के लिए शांति और सौहार्द बना रहेगा। सामुदायिक भवन निर्माण के लिए उन्होंने दूसरी जगह का भी सुझाव दिया। लेकिन माहलीपाड़ा के लोग मानने को तैयार नहीं थे। उन्होंने तत्काल दोनों पक्ष को निर्देश दिया कि पहले उक्त भूमि का अनापत्ति प्रमाण पत्र अंचल कार्यालय से प्राप्त करें। तब यहां निर्माण कार्य शुरू करवाए। इस बात पर दोनों पक्ष राजी हो गए। तब जाकर मामला शांत हुआ। स्थानीय लोगों ने कहा कि विधायक रामदास सोरेन कभी भी आम जनता का दिल दुखा कर कोई निर्माण कार्य कहीं नहीं करवा सकते। यहां लोगों का सामाजिक एवं धार्मिक आस्था जुड़ा हुआ है। विधायक भी इस बात को भलीभांति समझते हैं। स्थानीय सभी समुदाय के महिला पुरुषों ने एक स्वर से कहा कि विधायक रामदास सोरेन के ऊपर लोगों को पूरा विश्वास है कि वे आम लोगों के हित को ध्यान में रखकर निर्माण कार्य करवाएंगे।