Work From Home : वर्क फ्रॉम होम का फायदा उठाकर करने लगे दो-दो कंपनियों में नौकरी, ऐसे चोरी पकड़ी गई
Work From Home कोरोना में कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम शुरू किया तो कई कर्मचारी पहली कंपनी से छुप छुपाकर दूसरी नौकरी भी करने लगे और वो भी ऑनलाइन। जब पहली कंपनी को पता चला तो माथा पीट लिया। पढ़िए मजेदार स्टोरी...
जमशेदपुर। कोरोना या कोविड-19 महामारी के दौरान कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की छूट दी थी। इसका कुछ ने नाजायज फायदा उठाया और दो-दो कंपनी में काम करने लगे। हालांकि शक होने पर प्रबंधन ने जांच कराई तो पकड़े भी गए।
मामले का ऐसे हुआ खुलासा
दरअसल, एक कहानी तब सामने आई जब मुंबई की एक बड़ी भारतीय कंपनी में एक आइटी हेड बार-बार बुलाने पर भी कार्यालय आकर काम करना नहीं चाह रहे थे। इससे प्रबंधन को शक हुआ। ऐसे में उनके जूनियर्स ने पड़ताल की, तो उन्हें पता चला कि उनका आइटी हेड आफिशियल ईमेल से लगातार दूसरी मल्टीनेशनल कंपनी को फाइल भेज रहे हैं। गहन जांच में पता चला कि उस अधिकारी ने बिना नौकरी छोड़े एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में भी नौकरी कर रहे थे।
विशेषज्ञों की कमी से कुछ लोगों की बढ़ी मांग
दरअसल, वर्क फ्रॉम होम के दौरान कुछ कंपनियों ने ऐसे विशेषज्ञों का पता लगाया और उन्हें अपनी कंपनी में काम करने का लालच दिया। ऐसे लालची लोगों को यह ऑफर बेहतर लगा और उन्होंने अपनी मूल कंपनी को धोखे में रखकर दोहरी आय के लिए काम शुरू कर दिया। अब उनकी चोरी इसलिए पकड़ी जा रही है, क्योंकि वे कोरोना का संक्रमण कम होने के बावजूद मूल कंपनी की आफिशियल मीटिंग तक में शामिल होने से बच रहे हैं। तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। कोविड-19 मामलों में गिरावट और ओमिक्रोन की चिंता के बावजूद टीकाकरण में वृद्धि के बीच कंपनियां कर्मचारियों को काम पर लौटने के लिए कह रही हैं। इसमें उन्हें पता चल रहा है कि कई लोग दोहरी आमदनी में लगे हैं।
साइबर सेफ्टी एक्सपर्ट मनोज कुमार बताते हैं, इनमें से अधिकांश कर्मचारी लापरवाही और अति आत्मविश्वास के कारण पकड़े जाते हैं। कुछ इंटरनेट मीडिया पर वर्तमान नियोक्ता की जानकारी दबा देते हैं, लेकिन यदि उसी लैपटॉप या अन्य कंपनी के लिए काम कर रहे हैं, तो उन्हें आसानी से पकड़ लिया जाता है।
साइबर विशेषज्ञों का काम भी बढ़ा
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि 2019 के बाद से इस तरह की जांच की संख्या तीन-चार गुना बढ़ गई है। कई कंपनियों के प्रबंधन साइबर विशेषज्ञों की मदद ले रहे हैं, जो अपने कर्मचारियों या अधिकारियों के बारे में जानना चाहते हैं। अंकुरा के वरिष्ठ एमडी अमित जाजू कहते हैं कि हमारी डिजिटल फोरेंसिक जांच के आधार पर हमने पाया है कि कई कर्मचारी पेशेवर रूप से दो जगह काम कर रहे थे।
उन्होंने कुछ मामलों में फ्रीलांस असाइनमेंट या दो नौकरियां भी कर ली हैं, जो उनके रोजगार की शर्तों का उल्लंघन करती हैं और कुछ महत्वपूर्ण बौद्धिक संपदा या अन्य संवेदनशील कारपोरेट जानकारी को जोखिम में डालती हैं। इस तरह काम करने वाले कुछ कर्मचारियों-अधिकारियों ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया।