Jamtara Cyber Fraud: 800 रुपये की दिहाड़ी पर साइबर ठगों की 'नियुक्ति', इन 3 जालसाजों ने खोल दिए जामताड़ा के गहरे राज!
जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस ने तीन ठगों को गिरफ्तार किया है और उन्होंने जो खुलासे किए हैं इससे पुलिस महकमा भी तफ्तीश को लेकर और भी चौकन्ना हो गया है। गिरफ्त में आए तीनों ठग साइबर अपराधियों के गैंग के सरगना ने इन्हें रोजाना के लिए आठ साै से हजार रुपयों के लिए दिहाड़ी पर साइबर ठगी करने के लिए रखा था।
कौशल सिंह, जामताड़ा। Three Cyber Fraud Arrested: पुलिस की लगातार दबिश और कार्रवाई से भले ही जामताड़ा अब देशभर में साइबर अपराध का सिरमौर ना रहा हो। लेकिन यहां के साइबर अपराधियों द्वारा ठगी के लिए अपनाए जाने वाले रोजाना के नायाब तरीके देश-दुनिया को चौंकाने के लिए काफी हैं।
तीन मार्च को जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस की गिरफ्त की आए तीन ठगों ने जो खुलासे किए हैं, इससे पुलिस महकमा भी तफ्तीश को लेकर और भी चौकन्ना हो गया है।
दिहाड़ी पर करते थे साइबर ठगी
गिरफ्त में आए ठग साइबर अपराधियों के गैंग के सरगना का दिहाड़ी मजदूर निकले ये अपराधी अपने आका के लिए रोजाना आठ साै से हजार रुपयों के लिए दिहाड़ी पर साइबर ठगी करते थे।गिरफ्त में आया महेंद्र यादव, सुनील यादव और विशाल कुमार मंडल जिस साइबर ठग गिरोह के लिए काम करते थे उसका सरगना कहीं और बैठ कर इनसे दिहाड़ी देकर साइबर अपराध करवा रहा था।
जामताड़ा से कर रहे कई जगहों पर साइबर ठगों की भर्ती
जामताड़ा पुलिस की लगातार छापेमारी की वजह से ठगी की रैंकिंग में जामताड़ा का ग्राफ वर्तमान राजस्थान के डिग, अलवर व हरियाणा का मेवात व नूंह समेत बिहार के नवादा और झारखंड के देवघर से भी नीचे जा चुका है। लेकिन यह भी सच है कि यहां के मास्टर माइंड देशभर में अलग-अलग ठिकाने बनाकर इस ठगी के धंधे में अपनी पैठ बनाए हुए हैं।विश्वस्त पुलिस सूत्रों की मानें तो जामताड़ा पुलिस के हत्थे चढ़ चुके ठगों के ज्यादातर मास्टर माइंड ने अपना ठिकाना बदल लिया है। ठगी के पैसों की बदौलत ये इतने सक्षम हो चुके हैं कि देशभर के अलग-अलग ठिकानों पर बैठकर ये ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
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