Jharkhand News: जामताड़ा में हाथियों के झुंड ने दादा और पोती को कुचला, पहले दौड़ाया, भागने के दौरान गिर पड़े तो...
झारखंड में इंसान और हाथियों के बीच संघर्ष बढ़ता ही जा रहा है। इसी क्रम में जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र के बनखंजों जंगल में सोमवार को दोपहर करीब तीन बजे हाथियों के झुंड ने दादा व उनकी सात साल की पोती को कुचलकर मार डाला। इस झुंड में करीब 42 हाथी शामिल थे। दादा पोती को हाथी दिखाने गए थे तभी यह हादसा हुआ।
जासं, गिरिडीह/जामताड़ा। जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र के बनखंजों जंगल में सोमवार को दोपहर करीब तीन बजे हाथियों के झुंड ने दादा व उनकी सात साल की पोती को कुचलकर मार डाला। मृतकों में गिरिडीह के अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के कोरियाद गांव निवासी 55 वर्षीय जनाउल अंसारी व सात वर्षीय नाजिश शामिल हैं। झुंड में करीब 42 हाथी थे।
पोती को हाथी दिखाने ले गए थे दादा
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सोमवार की सुबह हाथियों का झुंड नारायणपुर थाना क्षेत्र के बनखंजो गांव के बगल के जंगल में विचरण कर रहा था। इस झुंड को देखने के लिए आसपास के गांवों से लोगों की भीड़ पहुंच गई।
इस भीड़ में जनाउल अंसारी भी अपनी पोती नाजिश के साथ आए थे। वे उसे हाथी दिखाने पहुंचे थे। तभी हाथियों ने भीड़ को दौड़ा दिया। यह देख वहां भगदड़ मच गई। दादा-पोती भी भीड़ के साथ भागने लगे, पर वे गिर गए। तभी हाथियों का झुंड वहां पहुंच गया और दोनों को कुचलकर मार डाला।
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मौके पर पहुंचे विधायक डा. इरफान अंसारी
घटना की जानकारी मिलने पर जामताड़ा से कांग्रेस के विधायक डा. इरफान अंसारी घटनास्थल पर पहुंचे तथा पीड़ित परिवार को 25-25 हजार की आर्थिक मदद की।
साथ ही तय प्रविधान के अनुरूप साढ़े चार लाख रुपये दिलाने का आश्वासन दिया। कहा कि वन विभाग के अधिकारी सक्रिय रहते तो यह घटना नहीं होती। हाथियों से बचने के लिए नीति बनाए जाने की जरूरत है। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को फटकारा।
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