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जल शक्ति अभियान से जल सेना को मिलेगा बल

दैनिक जागरण की ओर से सरकार और प्रशासन के सहयोग से जामताड़ा में विद्यालयों में जल सेना का गठन किया जाएगा।

By Edited By: Updated: Mon, 08 Jul 2019 09:19 PM (IST)
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जल शक्ति अभियान से जल सेना को मिलेगा बल
जामताड़ा : जल संरक्षण के लिए केन्द्र सरकार के जल शक्ति अभियान को गति देने और इसे मुकाम देने में दैनिक जागरण भी अपनी सहभागिता निभा रहा है। इसके लिए जागरण की ओर से सरकार और प्रशासन के सहयोग से विद्यालयों में जल सेना का गठन किया जाएगा। दैनिक जागरण की इस मुहिम को सराहते हुए उपायुक्त डॉ. जटाशंकर चौधरी ने हरसंभव प्रशासनिक सहयोग देने की बात कही है। सोमवार को दैनिक जागरण के सवालों पर उपायुक्त ने बताया कि जल को बचाकर कर जल संकट से निजात पाया जा सकता है। फिलहाल वर्षा जल को सहेजना जरूरी है। जल संरक्षण से पौधरोपण तक में सभी की सहभागिता जरूरी है। सभी के सहयोग से ही जलशक्ति अभियान को सफल बनाया जा सकता है। उपायुक्त ने कहा कि जल सेना का गठन व उसके कार्यों से जलशक्ति अभियान को और बल मिलेगा। दैनिक जागरण की यह पहल प्रभावकारी साबित होगी। इस दिशा में शीघ्र ही शिक्षा अधिकारियों की बैठक बुलाकर इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएंगे। इसी 11 तारीख की बैठक में सभी प्रधानाध्यापकों को कार्ययोजना की जानकारी दी जाएगी। इसमें सभी को सहयोग करना है। सभी के सहयोग से ही सरकार व जागरण की मुहिम सफल होगी। ---जल सेना में ये होंगे शामिल : : स्कूलों में गठित होने वाली जल सेना में कक्षा 6-12 के छात्र-छात्रा सदस्य होंगे। सदस्यों को जल संरक्षण के उपाय और इसकी महत्ता बताते हुए इस दिशा में पहल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। जिला स्तर पर जल संसद का भी आयोजन होना है। श्रेष्ठ जल सेनाओं को जिला और राज्य स्तर पर चयनित किया जाएगा। जल सेनाओं को दैनिक जागरण की ओर से सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। ---वर्षा जल को बचाने के ये उपाय करें : उपायुक्त डा. चौधरी ने कहा कि जल संरक्षण के इस अभियान का दूरगामी परिणाम होंगे। वर्षा जल को व्यर्थ बहने न दें। टीसीबी, सोख्ता गड्ढा, वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम, जोरिया में बांध बनाकर बनाकर बारिश के पानी को संरक्षित करना है। चापाकलों के आसपास भी छोटे-छोटे शॉक पिट बनाना है। इससे चापाकलों के पास गंदगी नहीं रहेगी। साथ ही पानी का भी संरक्षण होगा। ---खुद व भावी पीढ़ी के लिए बचाए पानी : उपायुक्त ने जिले वासियों से खुद के लिए व भावी पीढ़ी के लिए पानी बचाने की अपील की है। कहा कि जल स्तर हर साल नीचे जा रहा है। हम पानी का दोहन तो कर रहे हैं, लेकिन उसे बचाने के उपाय नहीं कर रहे हैं। जबकि पानी बचाना बेहद जरूरी है। यह काम छोटा है, लेकिन है बहुत उपयोगी। यदि सभी लोग जलशक्ति अभियान में हाथ बटाएंगे तो आने वाले समय में जल संकट से निजात मिलेगी। हमें पर्याप्त शुद्ध और स्वच्छ पेयजल नसीब होगा। कहा कि सोख्ता गड्ढा बहुत कम खर्च और कम समय में तैयार हो जाता है। ---जनप्रतिनिधियों को पत्र भेजा : उपायुक्त ने कहा कि जल संचयन के लिए सभी पंचायत प्रतिनिधि, नगर पंचायत, नगर परिषद प्रतिनिधि, बीस सूत्री सदस्य, सांसद, विधायक को पत्र प्रेषित करने हुए अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया है। अन्य लोगों को भी प्रेरित करने को कहा गया है। सबों को इसमें सहयोग करना होगा। जब सभी वर्ग के लोग इस मुहिम में जुटेंगे, तभी इसे सफल बनाया जा सकता है। वे अपने स्तर से नियमित इस अभियान की मॉनीट¨रग करते रहेंगे। ---80 फीसद जल बर्बाद हो जाता : उपायुक्त ने कहा कि राज्य में बारिश के समय मानसुनी वर्षा अपेक्षाकृत कम होती है। वर्ष जल के संचयन की कमी व उसे रोकने के प्रति जागरूता की कमी की वजह से अस्सी प्रतिशत जल बेकार बह जाता है। झारखंड पठारी क्षेत्र है। जहां अल्प समय में अधिक वर्षा होने के कारण पानी का बहाव तेज गति से होता है। इसमें सिर्फ जल ही नहीं उपजाऊ मिट्टी भी बह जाता है। नतीजतन खासकर ऊपरी व मध्यम भूमि का क्षरण होने से उत्पादकता पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ता है। उपलब्ध जल स्त्रोत को बचाने के लिए सभी लोगों की सहभागिता जरूरी है। जन मानस को श्रमदान के लिए प्रेरित करना चाहिए। सरकारी योजनाओं में व जन सहयोग से तालाब, डोभा, जोरिया में जो मिट्टी भर गई है उसे डीसिलटेशन करने की आवश्यकता है। ---शहर के घरों में रेनवाटर हार्वे¨स्टग की अनिवार्यता : उपायुक्त ने बताया कि शहरी क्षेत्र में जितने भवन बन रहे हैं उसमें रेन वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम लगाना नियमावली के तहत अनिवार्य किया गया है। सरकारी भवनों में भी यह व्यवस्था विभिन्न योजनाओं के तहत बनाई जा रही है। इसके लिए कार्यालय प्रधान को निर्देश दिया गया है। --ये भी हो रही पहल : मनरेगा के तहत ट्रेंच कम बंड (टीसीबी) की 16,000 योजनाएं ली जा रही है। बिरसा बागवानी योजना के तहत आम बागवानी लगाया जा रहा है। इसमें 200 एकड़ लक्ष्य में से 100 एकड़ में कार्य प्रगित पर है। भूमि संरक्षण से 81 तालाब का गहरीकरण हो रहा है, मनरेगा के तहत डोभा निर्माण कराया गया है। --बोरा बांध बनाओ अभियान शुरू : उपायुक्त डॉ चौधरी ने कहा कि श्रमदान के तहत बड़े पैमान पर बोरा बांध तथा मिट्टी बांध बनाने का कार्य जिले में शुरू हो चुका है। यह अभियान एक सप्ताह चलेगा। बोरा बांध बनाओ अभियान में खाली बोरा जमा करके दो-तीन दिनों में उसमें बालू, ईंट, पत्थर भरा जाएगा। फिर उसी बोरा से 40-50 मीटर दूरी पर बांध बनाने का अभियान शुरू किया जाएगा। जल शक्ति अभियान में जो मुखिया सबसे बेहतर काम करेंगे उसे प्रखंड व जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। अभियान के तहत सभी स्कूलों में जागरूकता के लिए परिचर्चा व वाद-विवाद, निबंध, चित्रकारी प्रतियोगिता कराने का निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिया गया है।  10 लाख वृक्ष लगाने का अभियान शुरू हो चुका है। तालाब के अतिक्रमण के खिलाफ समुचित कार्रवाई की जाएगी। श्रमदान को लेकर सेल्फी प्रतियोगिता प्रशासन करवा रहा है। इसमें जो नागरिक अपने रिश्तेदारों के साथ श्रमदान की बेहतर सेल्फी जिला प्रशासन को मुहैया कराएंगे उन्हें भी पुरस्कृत किया जाएगा।
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