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जामताड़ा में NCB की छापेमारी, 1020 किलो गांजा सहित पिस्टल व कैश बरामद; इंटरनेशनल ड्रग माफिया से जुड़े तार

बीते 16 मार्च 2024 को एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) की टीम ने असम के गुवाहाटी में एक गाड़ी को पकड़ा था। इस गाड़ी से 1020 किलो गांजे की खेप और एक ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने इस गांजे की खेप को मंगवाने वाले जामताड़ा के नाला स्थित गांव सूर्यापानी का रहने वाला कालीपदो भंडारी के घर छापेमारी की है।

By Jagran News Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Sat, 24 Aug 2024 06:28 PM (IST)
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जामताड़ा पुलिस व एनसीबी की छापेमारी में बरमाद कैश व हथियार और घटना की जानकारी देते जामताड़ा एसपी अनिमेष नैथानी

जागरण संवाददाता, जामताड़ा। असम के गुवाहाटी में 16 मार्च 2024 को एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) की टीम ने एक गाड़ी पर लोड 1020 किलो गांजे की बड़ी खेप के साथ ड्राइवर को दबोचा था।

एनसीबी की पड़ताल में पता चला कि इस गांजे की खेप को मंगाने वाले तस्करों में जामताड़ा के नाला स्थित गांव सूर्यापानी का रहने वाला कालीपदो भंडारी शामिल है।

शुक्रवार को जामताड़ा व नाला पुलिस के साथ संयुक्त रूप छापेमारी के दौरान आरोपित के घर की तलाशी ली गई। मौके से एनसीबी की टीम ने 1280000 रुपये कैश व एक 7.65 एमएम की पिस्टल, एक 5.5 एमएम की एयर गन और नौ जिंदा कारतूस बरामद की है।

इस दौरान आरोपित अपने घर से फरार था। जामताड़ा पुलिस व एनसीबी की टीम कालीपदो की गिरफ्तारी को लगातार छापेमारी कर रही है।

पुलिस ने क्या बताया?

मामले की जानकारी जामताड़ा एसपी अनिमेष नैथानी ने शनिवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। नैथानी ने बताया कि पिछले दिनों गुवाहटी एनसीबी की टीम को गांजे की बड़ी खेप मिली थी और इसके तार जामताड़ा से जुड़ रहे थे।

एनसीबी की टीम के साथ नाला एसडीपीओ व नाला थाने की पुलिस ने संयुक्त तौर पर यह छापेमारी की, इसमें आरोपित के घर से भारी मात्रा में कैश व हथियार बरामद हुए हैं।

इंटरनेशनल ड्रग माफिया से जुड़ रहे तार

गुवाहाटी एनसीबी के हाथ लगे 1020 किलो गांजे की खेप की बरामदगी मामले के तार इंटरनेशनल ड्रग माफिया से जुड़ते नजर आ रहे। हालांकि पुलिस व एनसीबी की टीम भी एक साथ बरामद गांजे की इतनी बड़ी खेप के पकड़े जाने के बाद इससे इंकार नहीं कर रही।

विश्वस्त सूत्रों की मानें तो गांजे की यह खेप नेपाल, बांग्लादेश या फिर म्यांमार के रास्ते असम तक पहुंचाई जा रही थी। फिर यहां से किसी बड़े ड्रग माफिया के जरिए ड्रग पैडलरों से अलग-अलग ठिकानों पर भिजवाकर खपाने की तैयारी थी।

इस मामले में इंटरनेशनल ड्रग माफिया के शामिल होने की आशंका भी प्रबल मानी जा रही है। क्योंकि इतने बड़े पैमाने पर मादक पदार्थ एक साथ मिलने और इसे मंगाने में शामिल ड्रग माफिया इसे स्थानीय स्तर पर ना तो उपलब्ध करवा सकता है और ना ही इसके लिए लाखों की रकम का आसानी से भुगतान ही कर सकता है।

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