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हेल्थ क्लब के सदस्यता शुल्क को लेकर विरोध शुरू, लोगों ने कहा

जिले को बहु प्रतीक्षित इंडोर स्टेडियम सह स्विमिग पूल का सौगात शनिवार की सुबह मिला।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 06 Feb 2021 07:04 PM (IST)
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हेल्थ क्लब के सदस्यता शुल्क को लेकर विरोध शुरू, लोगों ने कहा

खूंटी : जिले को बहु प्रतीक्षित इंडोर स्टेडियम सह स्विमिग पूल का सौगात शनिवार की सुबह मिला। खूंटी के कदमा में बनाए गए इंडोर स्टेडियम जिले का पहला इंडोर स्टेडियम है। स्विमिग पूल भी खूंटी जिले का पहला स्विमिग पूल है। शनिवार को सुबह जोनल जज एसएन पाठक ने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ललित प्रकाश चौबे, खूंटी के विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, उपायुक्त शशि रंजन, पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर आदि की मौजूदगी में किया। इंडोर स्टेडियम सह हेल्थ क्लब के उद्घाटन के बाद जिला प्रशासन ने इसकी देखरेख की जिम्मेदारी नगर पंचायत को सौंप दी। मौके पर यह निर्णय लिया गया कि इसकी देखरेख व मेंटेनेंस के लिए सालाना सदस्यता शुल्क 15 हजार रुपये लिया जाएगा। इसके साथ ही प्रशासन द्वारा इसके उपयोग के लिए तय किए गए निर्णय का विरोध शुरू हो गया। शनिवार को सुबह पहले दिन विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा व उपायुक्त शशि रंजन क्लब के सदस्य बने। इसके लिए नगर पंचायत से उन्हें सदस्यता शुल्क की रसीद सौंपी गई। प्रशासन द्वारा सदस्यता शुल्क 15 हजार निर्धारित करने का निर्णय विवाद का कारण बन गया है। विभिन्न राजनीतिक दलों सहित अन्य प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि सरकार ने खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इंडोर स्टेडियम व स्विमिग पुल का निर्माण कराया है। स्विमिग पूल में क्षेत्र के बच्चे तैराकी का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं लेकिन प्रशासन ने सदस्यता शुल्क के नाम पर मोटी रकम निर्धारित कर यह जाहिर कर दिया है कि इस स्टेडियम का लाभ सिर्फ अधिकारी वर्ग व गिने-चुने धनाढ्य वर्ग के लोग ही उठा सकते हैं। जो इस आदिवासी बहुल लोगों के साथ घोर अन्याय होगा।

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सरकार ने यह योजना आदिवासी बहुत खूंटी जिला के खिलाड़ियों के विकास के लिए दिया है ना कि अधिकारियों व धनाढ्य वर्ग के लोगों का मनोरंजन के लिए। प्रशासन ने इस पर अगर 15 हजार रुपये सालाना सदस्यता शुल्क निर्धारित कर रही है तो यह जिला के गरीब लोगों के साथ नाइंसाफी होगा और इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।

- मनोज कुमार, सांसद प्रतिनिधि, खूंटी

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क्षेत्र में खेलकूद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार ने इस इंडोर स्टेडियम का निर्माण कराया है। अब अगर इसमें सदस्यता शुल्क के नाम पर मोटी रकम निर्धारित कर आदिवासी बहुल जिला के गरीब लोगों को इसमें खेलने से रोका गया तो इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष भी रखा जाएगा।

- जुबेर अहमद, झामुमो जिलाध्यक्ष, खूंटी

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शहर में इंडोर स्टेडियम सह स्विमिग पूल बनकर तैयार हो गया यह शहर के लिए अच्छी बात है। लेकिन जैसा सुनने को मिल रहा है कि इसके उपयोग के लिए प्रशासन द्वारा सदस्यता शुल्क के रूप में 15 हजार रुपये निर्धारित किया गया है। अगर इसमें सच्चाई है तो यह खूंटी की गरीब जनता के साथ धोखा होगा। क्योंकि गरीब जनता इतनी मोटी रकम अदा नहीं कर सकती और यह सिर्फ अधिकारियों व धनाढ्य वर्ग के लोगों के लिए ही होकर रह जाएगा।

- रामकृष्ण चौधरी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष, खूंटी

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नवनिर्मित इंडोर स्टेडियम में सदस्यता शुल्क के रूप में 15 हजार रुपये सालाना निर्धारित करने से यह स्पष्ट हो गया कि जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने अपने मनोरंजन व सुख-सुविधा के लिए इंडोर स्टेडियम सह स्विमिग पूल का निर्माण कराया है। इसका निर्माण क्षेत्र के खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए नहीं किया गया है। यही कारण है कि प्रशासनिक अधिकारियों के आवासीय परिसर के समीप ही इंडोर स्टेडियम के लिए स्थल चयन किया गया।

- दिलीप मिश्रा, पूर्व जिलाध्यक्ष, झाविमो

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