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पत्थलगड़ी वाले गांव में रामनवमी जुलूस को बनाया बंधक, तनाव

ग्रामीणों ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को तीन घंटे तक बंधक बनाए रखा। विवाद की जड़ में पत्थलगड़ी है।

By Sachin MishraEdited By: Updated: Mon, 26 Mar 2018 05:17 PM (IST)
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पत्थलगड़ी वाले गांव में रामनवमी जुलूस को बनाया बंधक, तनाव
जागरण संवाददाता, खूंटी। खूंटी स्थित अड़की प्रखंड के सोनपुर में रविवार को ग्रामीणों ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को तीन घंटे तक बंधक बनाए रखा। विवाद की जड़ में पत्थलगड़ी है। रामनवमी जुलूस को सिंदरी होते हुए अड़की के रास्ते सोनपुर गांव से तमाड़ जाना था। सोनपुर गांव से जुलूस गुजरने के क्रम में ही ग्रामीणों की बजरंग दल के कार्यकर्ताओं से झड़प हो गई। ग्रामीणों का कहना था कि इस गांव में पत्थलगड़ी हुई है, ऐसे में आप लोग बिना इजाजत यहां कैसे घ़ुस गए। यहां से जुलूस क्यों ले जा रहे हैं। इस बात पर तनातनी शुरू हुई जो झड़प में तब्दली हो गई। इसमें दोनों ओर से कई लोग घायल हो गए। स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

आक्रोशित ग्रामीणों ने सभी कार्यकर्ताओं को बंधक बना लिया। बाद में अड़की के बीडीओ के समक्ष लिखित पत्र मिलने के बाद ही ग्रामीणों ने बजरंग दलों कार्यकर्ताओं को छोड़ा। प्रखंड विकास पदाधिकारी रंजीता टोप्पो ने सोनपुर पहुंचकर सभी घायल ग्रामीणों को अड़की स्थित रिंची अस्पताल भेजा। जहां सभी का इलाज करवा कर वापस सोनपुर भेज दिया गया। वहीं, रिंची अस्पताल में घायलों से एसडीपीओ रणवीर सिंह ने बात की। पर, मीडिया से बात करने से बचते रहे।

जानें, क्या कहा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने:

बजरंग दल के कार्यकर्ता संजय मुंडा ने कहा कि सिंदरी से अड़की के रास्ते सोनपुर गांव होते हमलोगों को तमाड़ जाना था। सोनपुर गांव से जब जुलूस निकल गया तो हमलोगों के कुछ साथियों को ग्रामीणों द्वारा रोके जाने की सूचना मिली तो हमलोग वापस गांव गए। वहां पर हमारे सभी साथियों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया था। ग्रामीणों का कहना था कि जब इस गांव में पत्थलगड़ी हो गई है तो गांव में आप लोग कैसे प्रवेश कर गए। इस पर दोनों तरफ से झड़प हुई। इस झड़प में दोनों तरह के लोग घायल हो गए।

जानें, क्या कहा ग्रामीणों ने:

रिंची अस्पताल में इलाज करा रहे सोनपुर के ग्रामीण लखीचरण मुंडा ने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हमारे गांव के लोगों के साथ दु‌र्व्यवहार किया है। इस कारण दोनों तरह से तनाव हो गया और झड़प हो गई। इसमें दोनों तरफ के लोग घायल हुए हैं।

समझौता पत्र में ग्रामीणों ने लिखा:

अगर हमारे लोग अड़की जाते हैं और उनके साथ कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार बंधक बनाए जानेवाले होंगे। ग्रामीणों ने कहा है कि आगे कोई भी व्यक्ति बिना ग्रामसभा की इजाजत के गांव में नहीं घुसेगा। ग्रामीणों की ये मांगें माने जाने पर ग्रामीणों ने बंधकों को छोड़ा।

थाने का किया घेराव

सोनपुर गांव में रामनवमी जुलूस में शामिल अड़की के लोगों को बंधक बनाए जाने के खिलाफ उनके परिजनों ने अड़की थाने का घेराव किया। सभी महिलाएं सोनपुर के ग्रामीणों के ऊपर कार्रवाई की मांग कर रही थीं। उनका कहना था कि सोनुपर के लोगों ने हमारे लोगों के साथ मारपीट की और तीन घंटे बंधक बनाया। पुलिस उतने समय में क्या कर रही थी। पुलिस भय से गांव नहीं पहुंची, क्योंकि पुलिस को भी आदिवासी महासभा के लोग कई बार बंधक बना चुके हैं। उन लोगों को पुलिस और सरकार का कोई डर नहीं लगता है। ऐसे में आज जो घटना हुई इससें हमलोगों को भय लगने लगा है।

पुलिस भी हमलोगों की सुरक्षा नहीं कर पाएगी। महिलाएं एक स्वर से कह रही थी कि जबतक सोनपुर के ग्रामीणों के ऊपर कार्रवाई नहीं की जाएगी तबतक हमलोग थाने से नहीं जाएंगे। वहीं, थाना प्रभारी हरिदेव प्रसाद के कार्रवाई के आश्वासन के बाद महिलाएं मानीं और अपने घर गई।

अड़की के सोनपुर में ग्रामीणों व रामनवमी जुलूस में शामिल लोगों के बीच झड़प की सूचना आई है। वहां स्थिति नियंत्रण में है।

-अश्रि्वनी कुमार सिन्हा, एसपी खूंटी।

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