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Jharkhand News: नव वर्ष में होगा कोडरमा-बरकाकाना लाइन का दोहरीकरण, सर्वे का कार्य पूरा

झारखंड की महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं में एक कोडरमा-रांची रेलवे लाइन के दोहरीकरण का शुरुआत नए वर्ष में हो सकती है। इस दिशा में रेलवे की तैयारियां शुरू कर दी है। कोडरमा-बरकाकाना तक सर्वे का काम पूरा हो चुका है।

By Jagran NewsEdited By: Mohd FaisalPublished: Sat, 31 Dec 2022 05:38 PM (IST)Updated: Sat, 31 Dec 2022 05:57 PM (IST)
कोडरमा-रांची रेलवे लाइन से गुजरती ट्रेन- फाइल फोटो

झुमरीतिलैया, संवाद सहयोगी। झारखंड की महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं में एक कोडरमा-रांची रेलवे लाइन के दोहरीकरण की शुरुआत नए वर्ष में हो सकती है। इस दिशा में रेलवे की तैयारियां शुरू कर दी है। कोडरमा-बरकाकाना तक सर्वे का काम पूरा हो चुका है। इससे आने वाले दिनों में कोडरमा जंक्शन देश के रेलवे मानचित्र में एक बड़ा नेटवर्क होगा। आने वाले दिनों में कोडरमा जंक्शन से 5 स्थानों के लिए रेल सुविधा होगी।

उल्लेखनीय होगा कि उत्तरी छोटानागपुर का प्रमंडलीय मुख्यालय हजारीबाग आजादी के 68 वर्षों के बाद वर्ष 2015 में रेलवे नेटवर्क से जुड़ा। इस वर्ष हजारीबाग टाउन स्टेशन से कोडरमा के लिए ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया। अभी कोडरमा-रांची रूट में बरकाकाना तक रेल परिचालन हो रहा है और गत 20 दिसम्बर 2022 को बरकाकाना से रांची रेलखंड के 23 किमी के कार्य का जायजा सीआरएस ने लिया है। उनकी हरी झंडी मिलते ही रांची से सीधा कोडरमा का संपर्क हो जाएगा।

रांची से सीधा कोडरमा का संपर्क

6 मार्च 1999 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने झुमरी तिलैया में झारखंड के तीन रेल परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। इसके बाद रेलवे लाइन का जाल बिछ चुका है। वर्तमान में कोडरमा से बरकाकाना तक सिंगल लाइन में रेल का परिचालन हो रहा है। अब इसके दोहरीकरण की योजना है और इसका सर्वे का कार्य भी पूर्ण हो चका है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार फरवरी माह में होने वाले आम बजट में इसकी राशि प्राप्त होने के बाद कार्य शुरू होगा।

ट्रेनों का लोड भी कम होगा

कोडरमा से रांची तक लाइन चालू होने के बाद वर्तमान में धनबाद पारसनाथ कोडरमा के रास्ते होकर चलने वाली ट्रेनों का लोड भी कम होगा। वर्तमान में इस खंड पर 100 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन चल रही है। इसी तरह भविष्य में कोडरमा गिरिडीह रेलखंड को भी दोहरीकरण करने की भी योजना है। जबकि कोडरमा-तिलैया-राजगीर 64 किलोमीटर रेलवे लाइन का निर्माण अगले एक वर्षों के भीतर पूरा होने के बाद कोडरमा रेलवे लाइन से बौद्ध सर्किट से जुड़ जाएगा।

पर्यटन विकास का भी बड़ा केंद्र बनेगा

पूर्व-मध्य रेलवे हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी बिरेन्द्र कुमार ने बताया कि इस रूट पर पांच सुरंगों की लंबाई डेढ़ किलोमीटर से ज्यादा है। इसी तरह करीब पांच बड़े ब्रिजों का निर्माण भी यहां होना है। अगले एक वर्षों में रेलवे लाइन का कार्य पूरा होने की उम्मीद है। वहीं कोडरमा-गिरिडीह लाइन का विस्तार भी अब मधुपुर तक हो चुका है। पांच रूटों का जंक्शन बन रहा कोडरमा पर्यटन विकास का भी बड़ा केंद्र बन सकता है।

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