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दौड़ने लगी है जीसी खंड पर ट्रेने, पुरूषोत्तम एक्स. पहुंची समय से पहले

संवाद सहयोगी झुमरीतिलैया (कोडरमा) बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान के कारण ओडिशा और

By JagranEdited By: Updated: Fri, 28 May 2021 07:12 PM (IST)
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दौड़ने लगी है जीसी खंड पर ट्रेने, पुरूषोत्तम एक्स. पहुंची समय से पहले

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान के कारण ओडिशा और हावड़ा से खुलने वाली ट्रेनों को 25-27 मई तक रद कर दिया गया था। वहीं भुवनेश्वर से खुलने वाली और कोडरमा के रास्ते होकर चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस के एक जून तक फेरे में कटौती की गई है। इधर, शुक्रवार से ट्रेनें पुन: पटरी पर लौटने लगी हैं। अप और डाउन में नई दिल्ली-पुरी पुरूषोत्तम एक्सप्रेस 5-5 मिनट पहले कोडरमा स्टेशन पहुंची और यात्री भी ट्रेनों में कोविड 19 के नियमों के तहत सफर करने लगे है। इधर, हावड़ा और कोलकात्ता से खुलने वाली राजधानी एक्सप्रेस, कालका मेल, दून एक्सप्रेस, शिप्रा एक्सप्रेस, मुंबई-हावड़ा मेल, अजमेर-सियालदाह, जोधपुर एक्सप्रेस भी पटरी पर लौट आई है। शुक्रवार की रात्रि कोलकत्ता राजधानी और सियालदाह राजधानी कोडरमा स्टेशन पर बिना रूक ग्रीन सिग्नल में पास की। वहीं देर रात कई अन्य ट्रेनें भी कोडरमा के रास्ते चलने लगी। यात्रियों के कदम स्टेशन की ओर बढ़ने लगे है। प्लेटफार्म पर चाय एवं अन्य स्टाल पर चहलकदमी देखी जा रही है। वहीं दो दिनों तक कोडरमा के रास्ते फुल स्पीड में आक्सीजन एक्सप्रेस का परिचालन जारी रहा। कोडरमा स्टेशन पर तूफान को देखते हुए खड़ी मालगाड्यिों में जंजीर बांधकर ओट लगाए गए थे। कोडरमा-गया रेलखंड के घाट सेक्शन पर पटरियों की देखभाल के लिए अलग-अलग टीम गठित की गई जो दिन-रात परिचालन को सामान्य बनाने में लगे रहे। धनबाद रेल मंडल के धनबाद-कोडरमा के बीच निमियाघाट में बरसात की वजह से सिग्नल प्रणाली में गड़बड़ी आई जिसके कारण एक पैसेजंर ट्रेन लगभग आधे घंटे तक प्रभावित हुई। तूफान की वजह से पूरे धनबाद रेल मंडल में माल लोडिग प्रभावित रहा। गुरुवार को कोडरमा, हजारीबाग टाउन के बानादाग साइडिग सहित धनबाद रेल मंडल के विभिन्न साइडिग से कोयला समेत अन्य सामाग्री के रैक प्रतिदिन 110 के बजाए 70 ही लोड हो पाए। धनबाद रेल मंडल के वरीय वाणिज्य प्रबंधक अखिलेश पांडे व पीआरओ पीके मिश्रा ने बताया कि 40 रैक लोडिग नहीं होने से देश के विभिन्न राज्यों में कोयले की आपूर्ति पर असर पड़ा और इससे लगभग 20 करोड़ का राजस्व का नुकसान हुआ है। मानसून में होने वाले समस्याओं को तैयार धनबाद रेल मंडल :

मंडल रेल प्रबंधक धनबाद आशीष बंसल के दिशा निर्देश पर धनबाद मंडल में मानसून के मौसम में आने वाली परेशानियों के मद्देनजर विस्तृत तैयारियां की गई है। मंडल के विभिन्न यार्ड एवं ब्लॉक सेक्सन में जगह-जगह पर ड्रेनेज बनाया जाएगा जिसमें वर्षा का अत्यधिक पानी जमा हो सके और ट्रैक पर जलजमाव ना हो सके। चिन्हित जगहों पर पेट्रोलिग लगातार की जा रही है। चिन्हित जगह पर वाचमैन की तैनाती की जा रही है, जो हमेशा विपरीत परिस्थितियों पर नजर बनाए रखेंगे। रेलवे लाइनों के किनारे बड़े-बड़े वृक्षों की छटाई की जाएगी जिससे ट्रैक, ओवरहेड तार इत्यादि पर आने वाली परेशानियों से बचा जा सके। पहाड़ के टुकड़े गिरने, ढलान से पत्थर खिसकने आदि जैसे चिन्हित जगहों पर विशेष निगरानी की जाएगी। मौसम विभाग से जारी अलर्ट जैसे तूफान आने की संभावना, चक्रवात आने की संभावना या भारी बारिश होने की संभावना पर भी विशेष तैयारियां की गई है। सिगनलिग व्यवस्था को दुरुस्त रखने हेतु ट्रैक पर जलजमाव ना हो इस पर विशेष निगरानी की जा रही है। वज्रपात से आधे दर्जन ट्रांसफार्मर हुए खराब :

बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान का असर कोडरमा के विभिन्न इलाकों में बुधवार और गुरुवार को देखने को मिला। बुधवार की रात से ही चंदवारा, डोमचांच, मरकच्चो, सतगावां इलाके में ब्लैक आउट रही। लोगों ने इनवर्टर ने भी जवाब दे दिया। मोबाइल भी चार्ज नहीं हो सका। लगातार बिजली कटौती से घरेलू कार्यो को निपटाने में काफी परेशानी हुई। बच्चों को आनलाइन पढ़ाई करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इधर, बिजली विभाग के ईई प्रणव तिवारी ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर ग्यारह हजार लाइन पर पेड़ गिरने से दो दिनों तक रात में बिजली की आपूर्ति लगभग 15 घंटे तक बाधित रही। झुमरी तिलैया बिजली कार्यालय के पीछे गुरुवार की रात लगभग नौ बजे पेड़ गिरने से शहर में दो घंटे बिजली आपूर्ति बंद रही। जबकि इस इलाके के लगभग आठ ट्रांसफार्मरों से बिजली की आपूर्ति शुक्रवार की सुबह 10 बजे तक नहीं हो सकी। हाइवा लगाकर पेड़ को हटाया गया। उन्होंने बताया कि जिले के अलग-अलग इलाकों में पेड़ गिरने से विभाग के मिस्त्री के अलावा विभिन्न एजेंसियों के संवेदकों की मदद ली गई। जिले में लगभग आधा दर्जन ट्रांसफार्मर बज्रपात से क्षतिग्रस्त हो गया। इसके अलावा 15 से 20 पोल भी क्षतिग्रस्त हुआ। वहां नए पोल लगातर बिजली की व्यवस्था बहाल कर दी गई है। इससे विभाग को लगभग 10 लाख रुपये की नुकसान हुआ है। प्रणव तिवारी ने कहा कि शुक्रवार को दोपहर से सभी जगह बिजली व्यवस्था को चालू कर दिया गया था।

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