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मनरेगा में फर्जीवाड़ा पर नकेल, 1627 योजनाएं रद

अजीत कुमार कोडरमा मनरेगा में कोडरमा जिला बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। इसमें फर्जीवाड़

By JagranEdited By: Updated: Wed, 29 Dec 2021 07:39 PM (IST)
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मनरेगा में फर्जीवाड़ा पर नकेल, 1627 योजनाएं रद

अजीत कुमार, कोडरमा

मनरेगा में कोडरमा जिला बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। इसमें फर्जीवाड़ा भी काफी हो रहा है। ऐसे में फर्जीवाड़ा पर नकेल के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। आम तौर पर मिट्टी कार्य यथा डोभा निर्माण, जमीन समतलीकरण जैसी योजनाओं में मशीन का उपयोग की शिकायतें लगातार आती है। बिचौलिया मनरेगा की ऐसी योजनाओं में फर्जीवाड़ा के लिए कई तरह के तरकीब भी अपनाते हैं। यहां तक कि स्वीकृति के पहले योजना का कार्य हो जाता है। कहीं-कहीं स्वीकृति के कुछ माह बाद मशीन से निर्माण कर मजदूरों के नाम पर फर्जी रूप से पैसे की निकासी बाद में होती है।

ऐसी शिकायतों पर हाल के दिनों में सतगावां, कोडरमा, चंदवारा प्रखंडों में कुछ कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई भी हुई। अब मनरेगा में फर्जी निकासी रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। दो माह पूर्व स्वीकृति के बाद भी मनरेगा की 1627 योजनाएं शुरू नहीं की गई। आनलाइन प्रविष्टि में इन योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट शून्य दिखाई जा रही थी। लिहाजा इन सभी योजनाओं को रद कर दिया गया। इसे लेकर डीडीसी ने आदेश जारी किया है। इन स्वीकृत योजनाओं में फर्जी निकासी की सूचना मिल रही थी। वहीं स्वीकृत योजनाओं में दो माह बाद भी कार्य शुरू नहीं होने के कारण कर्मियों से जवाब मांगा जा रहा है। हालांकि योजनाएं रद किए जाने के पीछे वजह अनावश्यक योजना का चयन बताया जा रहा है। इन प्रखंडों में योजना हुई रद

सबसे ज्यादा सतगावां प्रखंड की 436 योजनाओं को रद किया गया है। वहीं मरकच्चो प्रखंड की 301 योजना, चंदवारा प्रखंड की 227 योजना, डोमचांच प्रखंड की 125 योजना, जयनगर प्रखंड की 251 योजना, कोडरमा प्रखंड की 287 योजनाओं को रद किया गया है। जिले में मनरेगा से अब तक करीब 47 करोड़ रुपये खर्च कर 18.15 लाख मानवदिवस सृजित किए गए हैं। निबंधित मजदूर 80 हजार, काम मांगने वाले 10 हजार

मनरेगा में गड़बड़ी रोकने के लिए कार्य शुरू नहीं होने वाली योजनाओं को रद किया जा रहा है। इसके पीछे बिचौलियों द्वारा फर्जी निकासी प्रमुख कारण है। इसके लिए मजदूरों का फर्जी निबंधन तक करवाने की शिकायत विभाग को मिल रही है। ऐसे भी मनरेगा में निबंधित मजदूर करीब 80 हजार हैं, जबकि कार्य मांगने वाले मजदूर मात्र 10 हजार हैं। लिहाजा निबंधित मजदूरों की भी पड़ताल हो रही है। कोट--

मनरेगा योजना में गड़बड़ी रोकने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। जांच के साथ-साथ अनियमितता पर कार्रवाई भी हो रही है। मशीन का प्रयोग योजनाओं में न हो, इस पर खास नजर है। दो माह पूर्व स्वीकृति के बाद भी 1627 योजनाएं शुरू नहीं की गई थी, जिसे रद कर दिया गया है। ऐसी योजनाओं में फर्जी निकासी की शिकायत मिल रही थी।

लोकेश मिश्रा, डीडीसी कोडरमा

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