कोडरमा-महेशपुर रेलखंड के विद्युतीकरण का आज होगा सीआरएस
पर्यावरण संरक्षण को देखते हुए रेलवे ठोस कदम उठा रहा है। इसी मद्देनजर धनबाद रेल मंडल अंतर्गत कोडरमा से महेशमुंडा रेलखंड एवं कोडरमा-बरकाकाना रेलखंड को विद्युतीकरण से जोड़ा जा रहा है। कोडरमा-बरकाकाना रेलखंड अंतर्गत पहले चरण में कोडरमा से हजारीबाग लगभग
झुमरीतिलैया (कोडरमा): पर्यावरण संरक्षण को देखते हुए रेलवे ठोस कदम उठा रहा है। इसी मद्देनजर धनबाद रेल मंडल अंतर्गत कोडरमा से महेशमुंडा रेलखंड एवं कोडरमा-बरकाकाना रेलखंड को विद्युतीकरण से जोड़ा जा रहा है। कोडरमा-बरकाकाना रेलखंड अंतर्गत पहले चरण में कोडरमा से हजारीबाग लगभग 80 किलोमीटर विद्युतीकरण का कार्य जनवरी माह में पूर्ण कर लिया गया था। वहीं 28 मार्च को इस रेलखंड अंतर्गत हजारीबाग टाउन से अरगडा 133 किलोमीटर तक विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया और इस रेलखंड पर गुरुवार को सीआरएस मो. लतीफ खान ने धनबाद रेल मंडल के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। वर्तमान में हजारीबाग टाउन से कोडरमा तक विद्युतीकरण के बाद इंजन से मालगाड़ियों का परिचालन हो रहा है। वहीं यात्री ट्रेन भी इस खंड पर चल रही है। सीआरएस के अनुमति के बाद हजारीबाग टाउन से बरकाकाना भी विद्युत इंजन से परिचालन होगा और इससे समय की बचत भी होगी। इधर, पूर्व-मध्य रेलवे हाजीपुर के सीपीआरओ राजेश कुमार ने दूरभाष पर बताया कि डीजल की खपत कम करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए रेलवे परिवहन के अंतर्गत विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा है। इससे गतिसीमा भी बढ़ेगी। वहीं दूसरी ओर कोडरमा-महेशमुंडा रेलखंड पर भी विद्युतीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। रविवार को कोडरमा से महेशपुर 20 किलोमीटर तक विद्युतीकरण का कार्य शनिवार को पूर्ण कर लिया गया। धनबाद रेलमंडल के मंडल रेल प्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा ने दूरभाष पर बताया कि कोडरमा से महेशमुंडा गिरिडीह रेल लाइन को सत्र 2019-20 में पूर्ण कर लिया जाएगा। रविवार को सुबह 8.30 बजे दक्षिण-पूर्ण सर्किल के रेल संरक्षा आयुक्त एके राय के साथ धनबाद रेल मंडल के अधिकारी रेलखंड का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने बताया कि कोडरमा-बरकाकाना एवं कोडरमा-गिरिडीह रेलखंड के विद्युतीकरण के बाद यह दोनों खंड ग्रैंडकॉर्ड सेक्शन के साथ-साथ मेन लाइन से भी जुड़ जाएंगे और इस खंड के यात्री आसनसोल, मुगलसराय रेलखंड भी आना-जाना शुरू कर देंगे। उन्होंने बताया कि कोडरमा से महेशमुंडा 125 किलोमीटर है। दूसरे चरण में महेशपुर से कोवार 61 किलोमीटर तक विद्युतीकरण होगा।