Move to Jagran APP

मेमो ट्रेन बनी एक्सप्रेस, नहीं बदला टाइम टेबल

मेमो ट्रेन बनी एक्सप्रेस नहीं बदला टाइम टेबल

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Apr 2022 07:53 PM (IST)Updated: Fri, 29 Apr 2022 07:53 PM (IST)
मेमो ट्रेन बनी एक्सप्रेस, नहीं बदला टाइम टेबल

मेमो ट्रेन बनी एक्सप्रेस, नहीं बदला टाइम टेबल

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा) : कोरोना संक्रमण भले ही खत्म हा गया हो, लेकिन ट्रेनों का बढ़ा हुआ किराया अबतक वापस नहीं हुआ। रेलवे बोर्ड ने निरस्त सभी ट्रेनों को हरी झंडी भी दिखा दी। इसकी उम्मीद जगी थी कि किराया सामान्य हो जाएगा। कोडरमा से कवार-मधुपुर और कोडरमा से हजारीबाग टाउन बरकाकाना में पारंपरिक रैक में 1 जून, 2020 से न्यूनतम किराया 30 रुपये तय किया गया था, आज भी यही किराया लिया जा रहा है। वहीं पहली मई से कोडरमा के रास्ते होकर चलनेवाली मेमो ट्रेन को भी एक्सप्रेस बनाकार तीन गुना किराया वसूला जाएगा। खास बात यह है कि ठहराव व टाइम टेबल में भी बदलाव नहीं हुआ है। पैसेंजर ट्रेन में सफर करनेवाले यात्रियों को रेलवे ने तगड़ा झटका दिया है। कोडरमा के रास्ते दो मेमो ट्रेन बिहार, उत्तर प्रदेश व पश्चिम बंगाल के लिए चलती है। इसमें आसनसोल से वाराणसी मेमो ट्रेन एवं गया से आसनसोल का परिचालन हो रहा है। इसमें अधिकतर कामगार व सब्जी बेचनेवाले सफर करते हैं।

एक्सप्रेस बनते ही बदल गया ट्रेनों का नंबर

मेमो से एक्सप्रेस बनते ही ट्रेनों का नंबर भी बदल गया है। इन ट्रेनों का किराया अब मेल एक्सप्रेस के समान होगा। पैसेंजर का किराया न्यूनतम 10 रुपया है। अब एक्सप्रेस बनकर चलने से तीन गुना यानी 30 रुपया चुकाना होगा।

ट्रेन का नाम पुराना नंबर नया नंबर

आसनसोल वाराणसी मेमो 63553 13553

वाराणसी आसनसोल मेमो 63554 13554

आसनसोल गया मेमो 63545 13545

गया आसनसोल मेमो 63546 13546

::::::::::::::::::

गंगा सतलज एक्सप्रेस में शुरू हुई बेडरोल की सुविधा

कोरोना को लेकर 22 मार्च 2020 से ट्रेनें चलने पर रोक लगा दी गई थी। जून 2020 में ट्रेनें चलने लगीं लेकिन बेडरोल की सुविधा खत्म कर दी गई। 25 माह बाद धनबाद रेल मंडल के अंतर्गत धनबाद से खुलने वाली गंगा सतलज एक्सप्रेस में गुरुवार रात से बेडरोल की सुविधा शुरू कर दी गई है। इससे यात्रियों को राहत मिलेगी। रेलवे की घोषणा के बाद यात्रियों को पहले की तरह यह सेवा मुफ्त मिलेगी। धनबाद रेल मंडल के वरीय वाणिज्य प्रबंधक अखिलेश कुमार पांडे ने बताया कि आने वाले दिनों में अन्य ट्रेनों में भी यह सुविधा बहाल की जाएगी। अब एसी कोच के यात्रियों को घर से बोरिया बिस्तर बांधकर चलने की आवश्यकता नहीं होगी।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.